Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह एक अधिकारी के सामने हाथ जोड़ते नजर आ रहे हैं. आखिर क्यों मुख्यमंत्री को जोड़ने पड़े हाथ? आइए विस्तार से जानते हैं.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सीएम नीतीश बुधवार को पटना में राजस्व भूमि सुधार विभाग के एक कार्यक्रम में अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को जमीन सर्वेक्षण का काम जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा से कहा कि जमीन सर्वेक्षण का काम जुलाई 2025 तक पूरा कर लिया जाए. उन्होंने कहा, “हम आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं, कहिए तो पैर छू लें… जुलाई 2025 से पहले भूमि सर्वेक्षण पूरा कर दीजिए. ये काम अगर हो गया होता, तो कितनी खुशी होती बताइए.”
अफसर के सामने सीएम नीतीश कुमार ने जोड़ लिए हाथ, बोले- ‘काम करवा दें, हाथ जोड़ते हैं..कहिए तो पैर छू लें’#Bihar #JDU #NitishKumar #VistaarNews pic.twitter.com/WUmaWsBIjQ
— Vistaar News (@VistaarNews) July 4, 2024
सीएम नीतीश ने आगे कहा, “2025 में चुनाव भी हैं और चुनाव से पहले सभी काम पूरे होने चाहिए. काम जल्द खत्म होगा तो लोगों को बता सकेंगे कि काम हुआ है.” ऐसा देखकर लगता है कि मुख्यमंत्री की नजर में अगले साल होने वाला विधानसभा चुनाव है. बता दें, हाल ही में नई दिल्ली में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय झा को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है. बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने झा को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है. इस बैठक में संगठन से जुड़ा एक अहम प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें कहा गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय कार्यकारिणी अपनी पूरी आस्था जताएगी और 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव उनकी अगुवाई में लड़ेगी.
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पिछले चुनाव में NDA-महागठबंधन में हुई थी कड़ी टक्कर
बिहार विधानसभा 2020 में भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए 125 सीटों के साथ सत्ता बचाने में कामयाब रहा था, लेकिन सबसे अधिक नुकसान उठाने वाली पार्टी सीएम नीतीश कुमार की जदयू ही रही. जदयू 43 सीटों पर आ गई थी. वहीं, भाजपा 21 सीटों के फायदे के साथ 74 सीटों पर पहुंच गई. वहीं, राजद सबसे बड़ा दल बनकर उभरा, जिसे 75 सीटें मिलीं. उसके नेतृत्व वाले महागठबंधन को 110 सीटें मिली थीं.