Upendra Kushwaha: लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार के काराकाट सीट से हारने के बाद उपेंद्र कुशवाहा अब राज्य सभा जा सकते हैं. सियासी जानकारों के बीच चर्चा है कि बीजेपी उन्हें राज्यसभा का भेज सकती है. अटकलें ऐसी भी है कि बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए कुशवाहा समाज को अपने साथ लाने के लिए बीजेपी अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है. सूत्रों की माने तो लोकसभा चुनाव के दौरान यूपी में बीजेपी की करारी हार का एक अहम कारण जातीय गणित का योजनाबद्ध प्लान नहीं बना पाना था.
लेकिन अब आगे के चुनावों में बीजेपी इस गलती को दोहराना नहीं चाहती है. जिसको देखते हुए पार्टी अब उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा भेज जातीय समीकरण को साधने की कोशिश में है. बता दें कि बिहार में कुशवाहा समाज की अच्छी संख्या है और उपेंद्र कुशवाहा की पकड़ भी काफी मजबूत मानी जाती है. फिलहाल बीजेपी की ओर से आधिकारिक तौर पर इस अटकल पर कुछ भी नहीं कहा गया है.
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बिहार में कुशवाहा समाज की 4.2 प्रतिशत आबादी
उपेंद्र कुशवाहा को कराकाट लोकसभा से हार का सामना करना पड़ा था. उन्हें बिहार और खासकर कुशवाहा समाज का बड़ा नेता माना जाता है. ऐसे में बीजेपी उन्हें राज्यसभा भेज दे तो पार्टी को विधानसभा चुनाव में फायदा हासिल हो सकता है. देश की 10 राज्यसभा सीटें भी खाली हो चुकी हैं. इनमें से दो सीटें बिहार की भी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुशवाहा समाज की बिहार में 4.2 प्रतिशत आबादी है. ऐसे में उपेंद्र कुशवाहा की राह आसन हो जाती है.
लोकसभा चुनाव में मिली हार
काराकाट लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन से सीपीआई एमएल एल के राजा राम सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा को मात दे दी थी. इस सीट से भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह भी मैदान में थे और वह दूसरे नंबर पर रहे. बतौर एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा भी चुनावी मैदान में थे. राजा राम सिंह ने 3,80,581 वोट के साथ जीत दर्ज की. वहीं, भोजपुरी स्टार पवन सिंह को 2,74,723 वोट और आरएलएम पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा को सिर्फ 2,53,876 वोट मिले थे. साल 2014 में हुए लोकसभा के आम चुनाव में आरएलएसएपी के टिकट पर उपेंद्र कुशवाहा चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे थे.