Bihar Araria Bridge Collapsed: बिहार में एक और पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर नदी में गिर गया. यह मामला राज्य के अररिया जिले का है. जहां सिकटी के पड़रिया में बकरा नदी पर 12 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया जा रहा था, जो अचानक भरभराकर गिर गया और नदी में समा गया. यह पुल अभी पूरी तरह से बना नहीं था. अभी यहां निर्माण का काम चल रहा था. स्थानिय लोगों को सालों से इस पुल का बनने का इंतजार था. यह पुल सिकटी और कुर्साकांटा प्रखंड को जोड़ता है.
स्थानीय बीजेपी विधायक विजय कुमार मंडल और सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने इस पुल को बनाने के लिए बहुत कोशिश की थी. पहले जब यह पुल बना था तो बाढ़ की वजह से नदी का किनारा दूर चला गया था. इसके बाद 12 करोड़ रुपये की लागत से नदी के किनारे तक पुल को बड़ा बनाने का काम शुरू हुआ. लेकिन विभाग के लोगों ने ध्यान नहीं दिया और ठेकेदार ने सही से काम नहीं किया. इस वजह से मंगलवार को पुल नदी में गिर गया.
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बकरा नदी पर किया जा रहा पुल का निर्माण
यह पुल बकरा नदी और कुर्साकांटा के बीच डोमरा बांध पर बन रहा था. कुछ दिन पहले ही विधायक विजय कुमार मंडल, ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता को अपने साथ लेकर पुल के निर्माण कार्य का जाएजा लेने पहुंचे थे. तब यह फैसला लिया गया था की क्षेत्र में आने वाले बाढ़ से पहले पुल के दोनों तरफ नदी के किनारे को मजबूत करने का काम किया जाएगा. हालांकि, पुल का निर्माण करने वाले ठेकेदार ऐसा कुछ नहीं किए. न तो किनारे को मजबूत किया गया और न ही ठेकेदार ने अपनी जिम्मेदारी निभाई.
#WATCH बिहार: अररिया में बकरा नदी पर बने पुल का एक हिस्सा ढह गया। pic.twitter.com/RwMh3zs6Os
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 18, 2024
रात में चोरी-छिपे निर्माण कार्य कराने का आरोप
इस मामले में जानकारी देते हुए बिहार बीजेपी विधायक विजय कुमार मंडल ने कहा, ‘ठेकेदार रात में चोरी-छिपे पुल का निर्माण करता था. अगर पुल के खंभे सही से बनाए गए होते तो यह नदी में नहीं गिरता.’ उन्होंने ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि ठेकेदार और कार्यपालक अभियंता के खिलाफ केस दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जाए.
ठेकेदार और अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग
सिकटी प्रखंड के कौआखों पंचायत के प्रमुख विकास कुमार यादव ने बताया, ‘पुल के निर्माण में ज्यादा मात्रा में गड़बड़ी की गई थी. इसलिए यह पुल बारिश से पहले भी गिर गया.’ उन्होंने आगे कहा, ‘इतने पैसे खर्च करके पुल बनाया जाता है और वह गिर जाता है. फिर भी किसी पर कार्रवाई नहीं होती. इससे ठेकेदारों और अधिकारियों के हौसले बुलंद हैं.’ उन्होंने अपने सभी गांव वालों की तरफ से मांग की है कि ठेकेदार और अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए.