Chhattisgarh news: छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए भाजपा ने अन्य राजनीतिक दलों की कमजोर कड़ियों पर प्रहार करना शुरू कर दिया है. इसकी पहली कड़ी में मंगलवार को आम आदमी पार्टी सैनिक पार्टी और अखंड लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए. विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने कई नेताओं को पार्टी में शामिल कराया और उन्हें विधानसभा का टिकट दिया. अब इसी फॉर्मूले को दोहराते हुए लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं को पार्टी में शामिल कराने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है. प्रदेश की नौ लोकसभा सीट पर भाजपा के सांसद हैं. बस्तर और कोरबा लोकसभा सीट पर पिछले चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी.
छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर BJP का फोकस
इस दौरान, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के अनुरूप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कार्य हो रहा है. देश का विश्वास भाजपा पर बढ़ा है. वहीं प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने कहा कि हमें और ज्यादा मेहनत करनी है और छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों पर कमल खिलाकर नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना है.
AAP के प्रदेश अध्यक्ष रहे कोमल हुपेंडी बीजेपी में शामिल नहीं हुए
भाजपा प्रवेश करने वालों में आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष आनंद प्रकाश मिरी, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश ठाकुर, प्रदेश सचिव विकास केलकर, प्रदेश अध्यक्ष यूथ विंग रविंद्र ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष एससी विंग धरम भार्गव, प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी विंग कमलकांत साहू प्रमुख है. चर्चा थी कि आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी भी भाजपा प्रवेश कर सकते हैं लेकिन आखिरी समय में वह शामिल नहीं हुए.
पूर्व सैनिकों ने थामा भाजपा का हाथ
गौरतलब है कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में पूर्व सैनिक रामकुमार टोप्पो को सीतापुर विधानसभा सीट उम्मीदवार बनाया था. टोप्पो ने कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे अमरजीत भगत को शिकस्त दी. उनकी जीत के बाद पूर्व सैनिकों में एक अलग तरह का उत्साह था, जिसे देखते हुए आज पूर्व सैनिकों ने भाजपा का हाथ थाम लिया. सैनिक पार्टी के महेन्द्रप्रताप सिंह राणा ने कार्यकर्ताओं की भारी संख्या के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. वहीं अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी के विनोद कुमार पटेल ने अपनी पार्टी का भाजपा में विलय किया.