Ambikapur: सरगुजा जिले के अंबिकापुर में बेरोजगारों से ठगी का बड़ा मामला सामने आया है. यहां पर कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी लगवाने के नाम पर कई बेरोजगारों से लाखों रुपए की ठगी की गई. करीब 200 से ज्यादा बेरोजगार नौकरी पाने के झांसे में आकर अपनी कमाई लुटा दिए. अब इसकी शिकायत पुलिस से की गई है और पीड़ितों ने मांग की है कि ठगी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. साथ ही उनसे ठगे गए रुपए भी वापस दिलाए जाएं.
सोशल मीडिया के जरिए देखा विज्ञापन
जानकारी के मुताबिक दो महीने पहले बेरोजगारों को सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि मूसा मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा नौकरी दी जा रही है. इसका दफ्तर अंबिकापुर के तुलसी चौक के पास एक निजी मकान में संचालित किया जा रहा है. इसकी जानकारी मिलते ही नौकरी पाने के लिए बड़ी संख्या में बेरोजगार युवक-युवती पहुंचने लगे. बेरोजगारों को झांसा दिया गया कि उन्हें कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दी जाएगी.
भरवाए गए फॉर्म
इतना ही नहीं युवक-युवतियों से फॉर्म भी जमा कराया गया. उनका चरित्र प्रमाण पत्र बनवाया गया. इसके बाद साक्षात्कार लिया गया और फिर बैंक में सैलरी अकाउंट खुलवाने के लिए सभी बेरोजगारों से 8-8 हजार रुपए ले लिए गए. बकायदा इसका रसीद भी दी गई.
15 दिन बाद फरार हो गिरोह
जानकारी के मुताबिक करीब 15 दिनों तक ठग का गिरोह युवक-युवतियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर पैसे ठगते रहे. 15 दिन बाद अपना दफ्तर बंद कर ठग मौके से फरार हो गए.
UP का है गिरोह
मामले की शिकायत मिलने बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो सामने आया कि ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. इनमें से एक का नाम अजीत गुप्ता और दूसरे का नाम आनंद बताया गया है. पीड़ितों का तो यह भी कहना है कि उन्हें यह भी झांसा दिया जाता था कि अगर अंबिकापुर से बाहर किसी भी शहर में नौकरी करेंगे तो उनकी ब्रांच वहां भी खुली हई है. इतना ही नहीं ठगने वालों ने जहां मकान लेकर अपना दफ्तर खोला था उस मकान के मकान मालिक के साथ भी फ्रॉड किया और मकान का किराया और बिजली बिल दिए बिना ही फरार हो गए. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.