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CGPSC घोटाले में विस्तार न्यूज का बड़ा खुलासा, जानिए कैसे टामन सोनवानी और उनके करीबियों तक पहुंचा पेपर

CGPSC Scam

CGPSC घोटाले के आरोपी

CGPSC Scam: CGPSC घोटाला मामले में विस्तार न्यूज की टीम ने बड़ा खुलासा किया है. इस खुलासे में पता चला है कि कैसे CGPSC के चेयर मेन टामन सोनवानी और उनके कारीबियों तक परीक्षा का पेपर पहुंचा. बता दें कि आज CBI ने इस मामले में 7 आरोपियों के खिलाफ चार्टशीट पेश की है.

पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक ने की थी टामन सोनवानी की मदद

CGPSC Scam: छत्तीसगढ़ के CGPSC घोटाले में खुलासा हुआ कि M/S AKD प्रिंटर्स प्राइवेट लिमिटेड के ज़रिए टामन और उनके करीबियों को पेपर मिला था. बता दें कि तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक ने इसमें पूरी मदद की थी. नया रायपुर के सेक्टर- 17 में आरती वासनिक और टामन सोनवानी को सील्ड परीक्षा के पेपर के साथ देखा गया था. इन्हें मालूम था की कौन से प्रश्न परीक्षा में आने थे.

आज CBI ने पेश किया चालान

गुरुवार को CBI ने स्पेशल कोर्ट में गिरफ्तार सभी 7 आरोपियों के खिलाफ 2000 पन्नों की चार्ज शीट पेश की है. इसके साथ ही अन्य लोगों भी इस मामले में आरोपी बनाया है. इसमें CGPSC के तत्कालीन चेयरमैन कथित मास्टरमाइंड टामन सिंह सोनवानी, बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल समेत सभी आरोपियों के खिलाफ चालान पेश किया गया.

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अब तक CGPSC घोटाले में हुई ये कार्रवाई

CGPSC घोटाला मामले में एक तरफ़ CGPSC के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल जहां पहले ही जेल में बंद हैं, वही दूसरी तरफ़ CBI ने इनके करीबियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुई 2 din में 5 गिरफ़्तारिया की हैं. गिरफ़्तारी के बाद अब CGPSC घोटाला मामले में 5 आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया. इनमें सीजीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी के भतीजे नितेश सोनवानी, भतीजे साहिल सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल के बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका कटियार और तत्कालीन एग्जाम कंट्रोलर ललित गणवीर शामिल हैं.

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इन आरोपों के आधार पर हुई कार्रवाई

नीतेश सोनवानी और डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गणवीर पर आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी ने विवाद से बचने और पहचान छिपाने के लिए नीतेश का सरनेम नहीं आने दिया है. उसे छिपाकर रखा, जबकि नीतेश के दस्तावेजों में उसका सरनेम लिखा हुआ था. अगर अन्य गिरफ़्तार आरोपियों की बात की जाए तो इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने टामन सिंह सोनवानी को पैसे दिए है श्रवण गोयल की बहू और बेटी पर आरोप है कि इन्होंने टामन सिंह सोनवानी को पैसे दिए बदले में इन्हें पेपर मिला है PSC की परीक्षा इसी पेपर के माध्यम से इन्होंने पास की. मामले की सबसे बड़ी बात तो ये है CBI लगातार सख़्त है और विस्तार न्यूज़ जानकारी के मुताबिक़ आने वाले समय में और भी कई गिरफ्तारियां हो सकती है क़रीब 30 लोगों की इस मामले पर गिरफ़्तारी हो सकती हैं.

जानिए क्या है CGPSC घोटाले

CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. EOW और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में केस दर्ज किया है. PSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी। इन्हीं भर्तियों को लेकर ज्यादा विवाद है. आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है.

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