CG News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में हवाई अड्डे में हवाई सुविधा हवा हवाई है. कभी मौसम खराब तो कभी कुछ कारण से फ्लाइट की सुविधा रद्द की जा रही है. लेकिन एयरपोर्ट को संवारने के लिए खूब पैसे मांगे जा रहे हैं. लोक निर्माण विभाग ने बिलासा देवी केंवट एयरपोर्ट में सालभर के रखरखाव के लिए विमानन संचालनालय से 15 करोड़ की मांग की है. अनुमान के आधार पर तैयार किए गए बजट में सिर्फ 60 लाख रुपए घास काटने के नाम पर मांगे गए हैं. दीवारों की पुताई, रूफ टाइल्स समेत अन्य काम के लिए दो करोड़ की मांग हुई है.
इसके अलावा एटीसी, वॉच टावर और अन्य काम के लिए एक करोड़ रुपए की राशि मांगी गई है. फिलहाल यह राशि शासन की तरफ से मंजूर नहीं हुई है, लेकिन अनुमान के आधार पर तय किए गए बजट पर आपत्ति आनी तय है, क्योंकि भेजे गए प्रस्ताव में ना तो एयरपोर्ट के क्षेत्रफल में कितनी जगह क्या- क्या काम होना है इसका जिक्र है और न किसी तरह का कोटेशन तैयार किया गया है. पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने इसे आनन फानन में तैयार कर आगे बढ़ दिया है.
क्या बिलासपुर में हवाई सेवा हवा हवाई हो गई ?
हवाई अड्डे के पदाधिकारी दावा कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में नाइट लैडिंग जैसी सुविधा बढ़ाने और अन्य चीजों के लिए यह सारी कवायद जारी है. एयरपोर्ट के भीतर कई तरह का निर्माण चल रहा है. राज्य शासन ने लोक निर्माण विभाग को निर्माण एजेंसी की जिम्मेदारी सौंपी है. लोक निर्माण विभाग द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी आफ इंडिया व डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन के मापदंडों के अनुसार बिलासा एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग की सुविधा से जुड़े काम को कार्य प्रारंभ कर रहे हैं. सिविल वर्क के अलावा इलेक्ट्रिकल वर्क के लिए भी राज्य शासन ने ठेका कंपनी को कार्य आदेश जारी कर दिया है, सिविल वर्क के साथी इलेक्ट्रिक वेकेशन का कार्य भी एयरपोर्ट में प्रारंभ हो गया है. फिलहाल यहां सालभर में खर्च होने वाले प्रस्ताव को आगे बढ़ाया है. इनमें ही कई तरह की राशि की मांग की गई है.
जानिए, किन- किन सुविधाओं के लिए मांगे पैसे
वॉच टावर और एटीसी के मेंटनेंस में लगेंगे एक करोड़. एयपोर्ट में सुरक्षा के लिए बने वॉच टावर में हर साल एक करोड़ रुपए का खर्च होगा. यह पैसा एटीसी और वॉच टावर दोनों के मेंटेनेंस को देखकर भेजा गया है. चार करोड़ रुपए पैरामीटर रोड का निर्माण होगा. जिसे अभी तक नहीं बनाया गया है. इसके अलावा अन्य काम के लिए 50 लाख रुपए की मांग की गई है.
इन चार कैटिगिरी में बंटा है एयरपोर्ट
आपको बता दें कि लोक निर्माण विभाग ने एयरपोर्ट को चार कैटिगरी में बांटकर पैसों की मांग की है. इनमें मेंटेनेंस ऑफ टर्मिनल बिल्डिंग, मेंटेनेंस ऑफ रनवे, मेंटेनेंंस ऑफ अदर इंफ्रास्ट्रक्चर और अदर मिसलेनियस के काम शामिल किए गए हैं. संचालनालय की तरफ से 7 जून 2023 को इसके लिए मांग आई है, जिसके जवाब में पीडब्ल्यूडी ने इस प्रस्ताव को तैयार कर आगे बढ़ा दिया है.
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कनेक्टिविटी बढ़ नहीं रही
गौरतलब है कि बिलासपुर में हाई कोर्ट, रेलवे जोन, एसईसीएल, एनटीपीसी और ऐसी कोई बड़ी संस्थाएं हैं जहां के लोग रोजाना दूसरे राज्यों से आना-जाना करते हैं. बिलासपुर के स्थानीय व्यापारी और आम लोगों का भी कारोबार बढ़ चुका है. लेकिन कनेक्टिविटी के मामले में फिलहाल उन्हें रेल सुविधाओं पर ही निर्भर रहना पड़ रहा. जन संघर्ष समिति की मांग के बाद यहां हवाई सुविधा शुरू जरूर हुई है लेकिन दिल्ली मुंबई और दूसरे महानगरों से जुड़ने का काम अभी बाकी है. शासन इसी तरफ ध्यान दे रहा है इसके चलते हवाई सुविधाओं का विस्तार अभी बाकी है.