Chhattisgarh News: बिलासपुर शहर के भीतर चिटफंड का जाल बिछाकर लाखों-करोड़ों रुपए ठगने वाली कंपनियों के अलग-अलग तरह कारनामे का खुलासा हो रहा है. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कम-पढ़े लिखे लोगों का बेजां फायदा उठाया गया है. कई अलग-अलग स्कीमों में पीड़ितों से 60 लाख रुपए वसूले गए हैं और इन्हें ‘बॉन्ड पेपर’ दे रहे है… कहकर किसी को हवाई टिकट की रसीद, टूर एंड ट्रेवल्स और इंग्लिश सीखने का पर्चा समेत कई दूसरे दस्तावेज थमा दिए गए है. जिला प्रशासन ने पैसों की वापसी के लिए जब उन्हें बॉन्ड पेपर लाने को कहा तो ऐसी धांधली सामने आई है.
60 लाख पाने के लिए 70 लोगों ने लगाई ऐसी रसीदें
दरअसल, जिले में सैकड़ों लोगों को पैसे दोगुना करने का झूठा दिलासा देकर 50 लाख रुपए की ठगी करने वाली चिटफंड कंपनियों की प्रॉपर्टी की तलाश जारी है. इनके नाम पर कहां कौन सी संपत्ति है, प्रशासन और पुलिस दोनों ढूंढ़ने में लगी है. इन कंपनियों में निर्मल इंफ्रामहोम कारपरेशन, गोल्ड इंफ्रावेंचर, जीएन गोल्ड और एमआई हेल्थ ग्रुप शामिल हैं. ज्यादातर मामले 2007 से 2014 तक सामने आए. पीड़ितों ने जगह-जगह आंदोलन किए. जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर अपने-अपने पैसे लौटाने की मांग की. लेकिन अभी तक प्रकरण अटका हुआ है.
दस साल बाद खोली पेटी तो मिला टूर एंड टेवल्स की रसीद
जिले के तखतपुर क्षेत्र के राकेश सोनवानी को निर्मल इंफ्राहोम कंपनी के डायरेक्टर और कर्मियों ने दो लाख रुपए का बॉन्ड दे रहे हैं, कहकर तीन राजस्थान में तीन-दिन का टूर एंड ट्रेवल्स की रसीद दे दी है. साल 2014 में उन्हें यह रसीद दी गई है, जिसे उन्होंने जिला प्रशासन के ऑनलाइन बॉन्ड उपलब्ध कराने वाले पोर्टल में अपडेट किया है और उन्होंने ठगी के दो लाख रुपए लौटाने की मांग की है.
बीएन गोल्ड कंपनी वालों ने बांटे हवाई टिकट
सेमरताल के सुखागर पाटनवार ने बीएन गोल्ड और जीएन गोल्ड नामक कंपनी में तीन लाख रुपए लगाया है. उन्हें बीएन गोल्ड ने बांड रसीद बताकर हवाई टिकट थमा दी है. राधे की पेटी में दस साल बाद बॉन्ड के नाम पर यह दस्तावेज निकले हैं, जिसे उसने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर दिया है.
जरौंधा के ग्रामीणों ने दिया इंग्लिश सीखने का पर्चा
तखतपुर में कुंआ, जरौंधा, रहंगी के ग्रामीणों को ठग कंपनी गोल्ड की इंफ्रावेंचर ने रसीद के नाम पर इंग्लिश सीखने का पर्चा थमाया है. प्रशासन की मांग पर उन्होंने यही दस्तावेज दिए हैं और आगे ग्रमीणों को उम्मीद हैं कि पैसा मिल जाएगा.
ऐसे ऐसे दस्तावेज भी बांटे गए
ठग कंपनियों ने किसी पीड़ित को जमीन के बहुत पुराने सील मुहर लगे जमीन एंग्रीमेंट की कॉपी दी है. किसी को सादे दस्तावेज पर सील लगाकर दे दिया है. किसी को सरकारी दफ्तरों की नोटशीट जैसी कॉपी उपलब्ध करवाई गई, किसी को खाली फॉर्म दिया गया है. कुल मिलाकर ऐसे कई तरह के पेपर देकर पीड़ितों को गुमराह किया गया है.
बिलासपुर में 1 लाख 20 हजार 861 निवेशकों ने आवेदन किया
बिलासपुर जिले में 1 लाख 20 हजार 861 निवेशकों ने चिटफंड कंपनियों से रकम पाने के लिए आवेदन किया है. आवेदनों की छंटनी व डाटा एंट्री के बाद यह आंकड़ा सामने आया है. हालांकि यह भी माना जा रहा है कि कई लोगों ने आवेदन ही नहीं किया. सबसे ज्यादा सांई प्रसाद कंपनी ने जिले के 37 हजार निवेशकों को अपने जाल में फंसाया और उनसे करोड़ों रुपए लूट लिए.