Chhattisgarh: पिछले साल प्रदेश के बेमेतरा जिले में हुए बिरनपुर हत्याकांड की चर्चा पूरे देश भर में हुई. इस हत्याकांड में बेटे की हत्या होने के बाद इंसाफ की मांग करने वाले विधायक ईश्वर साहू को जनता ने अपना प्रतिनिधि के तौर पर चुना. इस घटना में अब एक बड़ा अपडेट निकलकर सामने आया है. बीते साल हुए बिरनपुर हत्याकांड में आगजनी और हत्या के मामले में 15 आरोपियों को बिलासपुर हाई कोर्ट ने जमानत दे दी है. कोर्ट से जमानत मिलने बाद बेमेतरा जिला जेल से आरोपियों की रिहाई हुई है. रिहाई के दौरान बड़ी संख्या में बेमेतरा जिला जेल के बाहर लोगों ने रिहा हुए युवाओं का अभिनंदन और स्वागत किया. वहीं जिला जेल के बाहर साजा विधायक ईश्वर साहू ने युवाओं का तिलक लगाकर और माला पहनाकर अभिनंदन किया. विधायक इश्वर साहू ने युवाओं के रिहाई को इसे इंसाफ की जीत बताया है.
हत्या और आगजनी का लगा था आरोप
दरअसल बिरनपुर हत्याकांड बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा में हुआ था. जहां बिरनपुर में छतीसगढ़ बंद के दौरान 11 अप्रैल 2023 को रहीम मोहम्मद और इदुल मोहम्मद की हत्या और आगजनी के आरोप में रिहा हुए सभी युवक गिरफ्तार हुए थे. मामले में आज उच्च न्यायालय की ओर से जमानत दिए जाने के बाद सभी युवकों की उप जेल बेमेतरा से रिहाई हुई है. इस अवसर को भाजपाइयों और क्षेत्रवासियों ने जमकर जश्न मनाया है. युवाओं की रिहाई के बाद जिला जेल पहुंचे साजा विधायक ईश्वर साहू ने मीडिया से बातचीत करते हुए युवाओं पर हुई कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया और इंसाफ की जीत बताया है.
25 लोगों की हुई थी गिरफ्तारी
बता दें कि, बिरनपुर हत्याकांड मामले में कुल 25 युवाओं को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें से पहले 8 लोग दोषमुक्त हो चुके हैं. वहीं 2 आरोपियों को कोर्ट से पहले ही जमानत मिल चुका हैं. आज 15 लोगों को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद उनकी जेल से रिहाई की गई है. पिछले साल साजा के बिरनपुर गांव में दो समुदायों के बिच हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें वर्तमान में विधायक ईश्वर साहू के बेटे भुनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद यह हत्याकांड देश भर में चर्चा का विषय बना था.