Bilaspur news: छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में कुछ दिन पहले चौपाटी में दो पक्षों के बीच चाकूबाजी की घटना हुई. पुलिस ने फरार आरोपियों को पकड़ा और सड़क पर जुलूस निकाला. वायरल वीडियो में आरोपी सरेराह अपना जुर्म कबूल करते रहे और कहते रहे हम चाकू बाजी नहीं करेंगे…मारपीट नहीं करेंगे. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इससे पहले चाकूबाजी की घटना के बाद पुलिस की खूब किरकिरी हो चुकी थी. लोग कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करने लगे थे.
अपराधियों का सड़क में जुलूस निकला कितना सही?
दरअसल भारतीय जनता पार्टी के बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल ने लोगों से यह वादा किया था कि शहर में उनके चुनाव जीतते गुंडागर्दी बंद हो जाएगी! शांति व्यवस्था कायम होगी. इसके उलट चुनाव जीतने के तत्काल बात यह बड़ी घटना हो गई. आरोपी फरार रहे और पुलिस उनकी तलाश में. जब तीनों आरोपी उन्हें मिल गए तब जाकर पुलिस को राहत मिली. सिटी कोतवाली पुलिस ने गोलबाजार से होते उनका जुलूस निकाला. सोशल मीडिया पर इसका वीडियो जमकर वायरल हुआ. लोग इस मंजर को देखते रहे.आम लोगों की भी यह चर्चा का विषय भी बना रहा. कुछ ने यह कहा की ऐसी घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों के साथ यह सलूक ठीक है. लेकिन कानून के जानकारों ने इसे गलत ठहराया. उन्होंने कहा कि पुलिस के पास अपराधियों का खौफ खत्म करने बस यही चारा बच गया है.
पुलिस ने मैडी के बाल काट कर जुलूस निकला
बिलासपुर की पुलिस ने शहर के कुख्यात बदमाश मैडी को गिरफ्तार किया. दो पक्षों में गैंगवार की घटना के बाद उसे आरोपी बनाया गया था और पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के बाद उसके बाल काटे और सड़क पर उसका जुलूस निकाला. मैडी सड़क पर चिल्लाता रहा मुझे नहीं हत्या के फरार आरोपियों को गिरफ्तार करो तब जानू.
ऋषभ पानीकर को हथकड़ी पहनाकर घुमाया
12 मई 2022 को पुलिस ने व्यापारी पर हमले के आरोपी ऋषभ पानीकर को सड़क पर हथकड़ी पहनाकर घुमाया. उसने व्यापारी मनोज उभरानी के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद ही पुलिस ने उसके साथ सख्ती बरती.लेकिन ऋषभ की गुंडागर्दी कम नहीं हुई है.
कांग्रेस सरकार में हुई गुंडागर्दी को मुद्दा बनाकर बीजेपी चुनाव जीती
बिलासपुर में गुंडागर्दी का अलग इतिहास रहा है. बिलासपुर के मौजूदा विधायक अमर अग्रवाल ने कांग्रेस की सरकार में गुंडागर्दी बढ़ने, जमीनों पर कब्जे और चाकू बाजी जैसे मुद्दों का आधार बनाकर चुनाव जीता है. लेकिन उनके आने के बाद भी शहर में गुंडागर्दी कम नहीं हो रही है. आए दिन कोई ना कोई घटना हो रही है जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. इसके चलते ही यह कहना कि पुलिस का खौफ लोगों के बीच खत्म सा हो गया है गलत नहीं होगा.
सड़क में जुलूस निकालने पर कानून क्या कहता है?
हाई कोर्ट के अधिवक्ता अजय अयाची का कहना है पुलिस किसी भी आरोपी, संदेही या गिरफ्तार व्यक्ति का सड़क पर जुलूस नहीं निकाल सकती. कानून कहता है की गिरफ्तारी के बाद उन्हें कस्टडी में रखना है और कोर्ट में पेश करना है.इसलिए पुलिस का किसी भी आरोपी का सड़क पर जुलूस निकालना गलत है. वहीं मध्य प्रदेश में ऐसी कई घटनाएं हुई है जिनमें पुलिस ने आरोपियों को मुर्गा बनाया, सड़क पर उनके जुलूस निकाला. मामले में हाई कोर्ट ने स्पष्ट कहा था कि पुलिस ऐसा नहीं कर सकती और उन्होंने वहां के पुलिस के बड़े अधिकारियों को इस बात के लिए निर्देशित भी किया था.