Vistaar NEWS

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में 5 साल बाद CBI की एंट्री, इन मामलों की कर सकती है जांच

CBI

प्रतीकात्मक तस्वीर

Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में पांच साल बाद सीबीआई की एंट्री हो गई है. कांग्रेस सरकार ने सीबीआई पर बैन लगाया था, लेकिन अब सरकार बदलते ही सीबीआई की एंट्री हो गई है. बीजेपी सरकार ने सीबीआई को एक मामले की जांच की अनुमति दे दी है. इस मामले में गृह विभाग ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. आखिर क्यों प्रदेश में सीबीआई बैन थी?

छत्तीसगढ़ में 5 साल बाद सीबीआई की एंट्री 

दरअसल राज्य की भाजपा सरकार ने सीबीआई को भ्रष्टाचार से जुड़े मामले की जांच के लिए अनुमति दी है. ये मामला रिश्वतखोरी से जुड़ा हुआ है. सीबीआई ने 29 जनवरी 2024 को भिलाई में एक बीएसपी कर्मी शम्‍सुज्‍जमा खान को रिश्वत लेते हुए पकड़ा था और इसकी जांच के लिए सीबीआई ने गृह विभाग से अनुमति मांगी थी. सरकार ने सीबीआई को जांच की अनुमति दे दी है.

ये भी पढ़ें: Chhattisgarh: भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम में पहली बार महिला बनी कोच, शायला आलम का क्या है छत्तीसगढ़ कनेक्शन?

राज्य में कांग्रेस सरकार बनते ही बैन किया गया था सीबीआई

बताते चलें कि सीबीआई की छत्तीसगढ़ में एंट्री 10 जनवरी 2019 से बंद है. इससे ठीक एक महीना पहले दिसंबर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली थी. तब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने फैसला लिया था कि सीबीआई को छत्तीसगढ़ में एंट्री नहीं दी जाएगी. छत्तीसगढ़ के पहले देश के कई गैर बीजेपी शासित राज्यों में भी सीबीआई को बैन किया गया था. कांग्रेस ने ये कहते हुए बैन लगाया कि केंद्र की बीजेपी सरकार केन्द्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. बीजेपी चुनावी फायदा उठाना चाहती है. आपको बता दें कि सीबीआई को किसी भी राज्य में कार्रवाई के लिए संबंधित राज्य से सहमति लेना जरूरी होता है.

पीएससी में गड़बड़ी पर भी सीबीआई कर सकती है जांच

गौरतलब है कि राज्य की भाजपा सरकार ने सीजीपीएससी भर्ती में हुई गड़बड़ी को जांच के लिए सीबीआई को सौंपने वाली है. इस प्रस्ताव को कैबिनेट में मंजूरी भी दे दी है. केस सीबीआई को सौंपने की प्रक्रिया के तहत ईओडब्ल्यू में मामला दर्ज भी कर लिया गया है. यही केस कुछ दिनों में सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया जाएगा. आपको बता दें कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले युवाओं से वादा किया था. छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनेगी तो सीजीपीएससी मामले की जांच सीबीआई करेगी.

Exit mobile version