CG Liquor Scam: छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला मामले में ED ने प्रदेश के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया है. 2000 करोड़ के इस घोटाले में गिरफ्तारी के बाद कवासी लखमा का पहला बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि बस्तर के गरीब आदमी की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है.
गिरफ्तारी के बाद कवासी लखमा का पहला बयान
गिरफ्तारी के बाद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का पहला बयान सामने आया है. उन्होंने कहा- ‘बस्तर के गरीब आदमी को फंसाया जा रहा है. ED की टीम को छापेमारी में एक रुपया भी नहीं मिला. न कोई कागज पकड़ा है न कोई पैसा मिला है. ED फर्जी केस बनाकर जेल भेजने का काम रही है. यह सब अमित शाह, PM नरेंद्र मोदी, विष्णु सरकार और BJP की सरकार मिलकर फंसा रही है.’
उन्होंने आगे कहा- ‘नगर पंचायत चुनाव होने जा रहा है इसलिए दबाव बनाया जा रहा है. मैं कांग्रेस के साथ हूं. कांग्रेस के लिए जीऊंगा और कांग्रेस में ही मरूंगा. मेरे पूरे घर में खोजबीन कर रहे हैं, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला. ‘
बुधवार को क्या-क्या हुआ ?
ED की समन मिलने पर बुधवार सुबह 11 बजे कवासी लखमा तीसरी बार पूछताछ के लिए ED दफ्तर पहुंचे.
- 11 बजे से लेकर 3 बजे तक कवासी लखमा से 4 घंटे तक लंबी पूछताछ हुई
- 3 बजे खबर आई कि कवासी लखमा को ED ने गिरफ्तार कर लिया है
- 4 बजे ED की टीम कड़ी सुरक्षा के बीच कवासी लखमा को लेकर दफ्तर से निकली
- शाम 4:30 बजे ED की टीम कवासी लखमा को जिला अस्पताल पंडरी लेकर पहुंची, जहां पर कवासी लखमा का मेडिकल कराया गया.
- शाम 5 बजे ED की टीम कवासी लखमा को लेकर रायपुर कोर्ट पहुंची
- 5:05 बजे कवासी लखमा ED की कोर्ट में पेश हुए
28 दिसंबर को ED ने मारा था छापा
शराब घोटाला मामले में कार्रवाई करते हुए 28 दिसंबर को ED की टीम ने पूर्व मंत्री और वर्तमान में कोंटा के विधायक कवासी लखमा के सुकमा और रायपुर स्थित ठिकानों पर छापा मारा था. इसके अलावा उनके बेटे हरीश कवासी, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू और लखमा के पूर्व OSD जयंत देवांगन समेत अन्य करीबियों के यहां भी छापा मारा था. 15 घंटे तक चली कार्रवाई में ED ने लखमा के ठिकानों से कई दस्तावेज भी जब्त किए गए थे, जिसका ED ने खुलासा किया था.
छत्तीसगढ़ शराब घोटाला
छत्तीसगढ़ में करीब 2000 करोड़ रुपए काे शरब घोटाला मामले में पूर्व मंत्री कवासी लखमा का नाम भी शामिल है. ED ने इस घोटालेम में पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को मास्टरमाइंड बताया.
आरोप हैं कि जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी तब प्रदेश में बड़ा शराब घोटाला हुआ. इस बात की जानकारी तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी थी. घोटाला के दौरान कमीशन का एक बड़ा हिस्सा पूर्व मंत्री कवासी लखमा के पास भी जाता था. अब तक इस मामले में कुल 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.