CG News: बलरामपुर में पुलिस थाने में हुई स्वास्थ्यकर्मी की मौत के मामले पर प्रदेश की सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है, एक तरफ जहां कांग्रेस मामले पर बीजेपी को घेरने की कोशिश करने में लगी हुई है, तो वहीं बीजेपी ने कांग्रेस के तमाम आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. वहीं नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के बयान से कांग्रेस की किरकिरी भी लगातार हो रही है. गाहेबगाहे PCC चीफ दीपक बैज ने भी नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के बयान का समर्थन कर इस मुद्दे को और हवा दे दी है.
चरणदास महंत ने ट्रक ड्राइवरों को पीटने की दी थी सलाह
मामला सक्ती जिले में हो रहे लगातार फ्लाई एस राखड़ के डंपिंग को लेकर है, जिसको मीडिया के माध्यम से कई बार समाचार दिखाया गया है, मामले में कलेक्टर अमृत विकास टोपनो ने कार्रवाई की बात तो करते हैं, लेकिन हमेशा जिले में पर्यावरण संरक्षण विभाग नहीं होने का बहाना भी देते हैं. शायद यही कारण है कि पावर प्लांट से निकलने वाले राखड़ के ठेकेदार बेधड़क यह कारनामा कर रहे हैं। सक्ती जिले के कचंदा में ही सैकड़ो ट्रैकों के माध्यम से 50 एकड़ गोचर भूमि में राखड़ पाटा गया है,मामले को कलेक्टर का संज्ञान में लाने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं हो रही है,जब मामले में नेता प्रतिपक्ष से सवाल पूछा गया तो उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा कि हमारे गांव वाले सीधे-साधे हैं,उन लोगों को ऐसे राखड़ ठेकेदार एवं ट्रक ड्राइवर के गाड़ी को रोककर उन्हें मारपीट करना चाहिए तथा उनके गाड़ी के सभी ट्रक के टायर के हवा को खोल देना चाहिए हालांकि उन्होंने कहा कि मैं क्या बोल रहा हूं मुझे पता है लेकिन प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं किए जाने पर उन्होंने कानून व्यवस्था गांव वालों को हाथ में लेने की बात कही है.
दीपक बैज ने किया समर्थन
वहीं सोमवार को जब कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर कल कल पूरे प्रदेश में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही है, और 3 नवंबर को दीपावली के बाद एकदिवसीय प्रदर्शन की तैयारी कर रही है. तब नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के बयान से कांग्रेस के अहिंसात्मक आंदोलन और प्रदर्शन की किरकिरी हो रही है. सक्ती में एक गांव में मौजूद राखड़ की समस्या को लेकर नेता प्रतिपक्ष ने शनिवार को मरने मारने तक की बात कह डाली. वहीं जब इस मामले पर दीपक बैज से सवाल किया गया तो उन्होंने भी मुद्दे से इतर इसे आत्मरक्षा से जोड़ दिया.
कांग्रेस भटक चुकी है और कुछ भी उटपटांग बोल रही – विष्णुदेव साय
इस पूरे मामले पर लगातार कांग्रेस को हमलावर देख प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मोर्चा संभाला और विपक्ष पर करारा हमला बोला है. सीएम ने कहा कि, बलरामपुर में महिला गायब हुई थी, उसके पति को पूछताछ के लिए बुलाये थे. इस मामले पर जांच की जा रही है कि, मामला क्या है. कांग्रेस भटकी हुई है, क्योंकि, बुरी तरीके से उन्हें विधानसभा और लोकसभा में हार का सामना करना पड़ा है. 5 साल में कांग्रेस पार्टी ने जनता को निराश करने का काम किया था, इसलिए जनता ने कांग्रेस को नकारा है. जिसके बाद कांग्रेस भटक चुकी है और कुछ भी उटपटांग बोल रही है. सत्तापक्ष की तरफ से लगातार लग रहे आरोपों पर शांत मिजाज मुख्यमंत्री के इस पलटवार से खलबली मच गई है.
बहरहाल कानून व्यवस्था के मसले पर लगातार सत्ता पक्ष को घेरने वाली विपक्ष कहीं न कहीं नेता प्रतिपक्ष के इस बयान के बाद डिरेल होती नजर आ रही है. प्रदेश के शांतमिजाज मुखिया ने तल्ख होते हुए सीधा इसे चुनावी हार की बौखलाहट करार दे दिया है. इसीबीच कांग्रेस इस मुद्दे को और बड़ा बनाने की तैयारी कर रही है, लेकिन इससब के बीच सवाल ये है कि आखिर बलरामपुर में हुए इस फसाद के पीछे हो रही सियासत विपक्ष की इस कदर तल्खी. जहां कानून हाथ में लेने की बात तक कह दी गई हो. इससे किसका भला होगा.क्या पुलिस और जनता के बीच दूरी की खाई और नहीं बढ़ेगी और सबसे बड़ी चीज बलरामपुर हिंसा का जिम्मेदार आखिर कौन है और उसे क्या सजा मिलेगी इस सवाल का जवाब पुलिस प्रशासन से कब मिलेगा ताकि पुलिस और जानता के बीच की बनती खाई को पाटकर शांति का टापू अमन से रह सके.