CG News: राजनांदगांव में नक्सल उन्मूलन अभियान में सराहनीय योगदान देने वाले 104 सहायक आरक्षक और गोपनीय सैनिकों को पदोन्नत किया गया. इन्हें राजनांदगांव जिला बल में आरक्षक जीडी के पद पर नियुक्ति दी गई है. मंगलवार को आईजी दीपक झा और पीटीएस एसपी गजेंद्र सिंह ने पदोन्नत आरक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपकर इसी तरह देश सेवा में कार्य करने प्रेरित किया. राजनांदगांव के पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में 81वां बुनियादी प्रशिक्षण शिविर का समापन किया गया। इस दौरान शौर्य परेड मैदान में आत्मसमर्पित नक्सलियों की ट्रेनिंग दी गई. ट्रेनिंग के दौरान 104 कॉन्स्टेबल को आरक्षक बनाया गया.
नक्सल उन्मूलन अभियान में बड़ी भूमिका निभाने वाले 104 सहायक आरक्षकों को किया गया पदोन्नत
नक्सल उन्मूलन और नक्सल विरोधी अभियान में इन लोगों ने सालों पुलिस का साथ दिया. इसलिए इन्हें गोपनीय सैनिकों और सहायक आरक्षक से प्रोमोट कर आरक्षक बनाया गया है. आत्मसमर्पण के बाद गोपनीय सैनिक के तौर पर काम कर रहे लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने की यह सार्थक पहल की गई और 104 आत्मसमर्पित नक्सली जो सालों से गोपनीय सैनिक और सहायक आरक्षण के तौर पर पुलिस विभाग की मदद कर रहे थे, इन्हें राजनांदगांव पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में ट्रेनिंग के बाद प्रमोट किया गया. जिले में पदस्थ गोपनीय सैनिक और सहायक आरक्षकों को सहायक आरक्षक व आरक्षक की पदोन्नति दी गई. यह सभी सुकमा बीजापुर दंतेवाड़ा जैसे सुदूरवर्ती इलाकों में लंबे समय से कम कर रहे थे.
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आईजी दीपक जाने बताया कि आज बुनियादी प्रशिक्षण शिविर का समापन किया गया इस दौरान 104 सहायक आरक्षण और गोपनीय सैनिकों को प्रमोट किया गया है यह सभी सघन नक्सली इलाके में लंबे समय से कम कर रहे थे इन्होंने बतौर गोपनीय सैनिक पुलिस की लंबे समय से मदद की है यदि मुख्य धारा से जोड़ने के लिए आज प्रमोट कर आरक्षक बनाया गया. आरक्षक होने के बाद ही अपनी जिलों में जाएंगे और नक्सल उन्मूलन और नक्सल विरोधी ऑपरेशंस में निश्चित तौर पर बेहतर ढंग से कम कर पाएंगे.