CG News: छत्तीसगढ़ में एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो का टाटइल ‘छत्तीसगढ़ के रामायण’ है. वायरल वीडियो में प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को भगवान राम के रूप में दिखाया गया है. इसके अलावा BJP नेताओं और कैबिनेट के मंत्रियों को रामायण के किरदारों में दिखाया गया है. साथ ही साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ‘रावण’, TS बाबा को ‘विभिषण’, पूर्व महापौर एजाज ढेबर को ‘लवणासुर’ समेत कई कांग्रेस नेताओं को रावण दल से जुड़े लोगों के रूप में दिखाया गया है. इस वीडियो को लेकर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है.
वायरल वीडियो में क्या है?
‘छत्तीसगढ़ के रामायण’ टाइटल नाम से वायरल हो रहे वीडियो में CM विष्णु देव साय को ‘भगवान राम’ बताया गया है. इसके अलावा डिप्टी CM अरुण साव को ‘लक्ष्मण’, BJP प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव को ‘भरत’, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह को ‘शत्रुघ्न’, डिप्टी CM विजय शर्मा को ‘हनुमान’, छत्तीसगढ़ के निर्माता और पूर्व PM अटल बिहारी वाजपेयी को ‘दशरथ’ समेत BJP के अन्य नेताओं और कैबिनेट मंत्रियों को अलग-अलग किरदार के रूप मे दिखाया गया है.
भूपेश बघेल ‘रावण’ और TS बाबा को ‘विभिषण’
इसके अलावा वीडियो में कांग्रेस नेताओं पर हमला बोला गया है. वीडियो में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ‘रावण’, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता TS सिंहदेव को ‘विभिषण’, पूर्व महापौर एजाज ढेबर को ‘लवणासुर’, सौम्या चौरसिया को ‘कैकई’ समेत आदि कांग्रेस नेताओं को रावण दल के लोगों से जोड़ा गया है.
भूपेश बघेल ने CM साय पर बोला हमला
वीडियो सामने आने के बाद इसे लेकर पूर्व CM भूपेश बघेल ने CM विष्णु देव साय पर हमला बोला है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- ‘सूचना: माननीय विष्णुदेव साय जी ने अपनी PR टीम के माध्यम से स्वयं को “प्रभु राम” घोषित कर दिया है. इतना ही नहीं प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं और महिला नेताओं को राक्षस प्रदर्शित किया है.’
उन्होंने आगे लिखा-‘मुख्यमंत्री जी! आप कुछ भी हो सकते हैं आप भगवान नहीं हो सकते. हमारे भांचा राम से अपनी तुलना करके आप छत्तीसगढ़ के लोगों की भावनाएँ आहत कर रहे हैं.’
वीडियो को लेकर मचा घमासान, TS सिंहदेव ने दिया बयान
इस वायरल वीडियो को लेकर TS सिंहदेव का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा-‘सार्वजनिक जीवन में हास्य-परिहास चलता रहता है. हल्की बात है ,हल्के से लेना चाहिए. सार्वजनिक जीवन में हास्य-परिहास चलते रहना चाहिए. अब कोई जीवित व्यक्ति राम हो ऐसा तो हो नहीं सकता. मैं तो नहीं मानता ऐसा. इससे हल्की सोच दिख रही है. BJP ने कराया हो नहीं कराया हो हल्की बातें हैं इसे हल्के से लेना चाहिए.’
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने की निंदा
इस वीडियो पर पूर्व मंत्री अमरजीत भगत की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने कहा-‘रामायण भाईचारा का संदेश देता है. रामायण समरसता के संदेश के लिए है. यह वायरल वीडियो समरसता को खराब करने वाला है. मुझे नहीं लगता विष्णु देव जी को इस बात की जानकारी होगी, जो लोग सद्भावना को समाप्त करने और उग्र श्रृंखला के श्रेणी में आते हैं यह ऐसे लोगों की करतूत है. इसे सरकार को संज्ञान में लेना चाहिए. सभी हिंदू और भगवान के आदर्श को मानने वाले लोग हैं.’
उन्होंने कहा- ‘जिस तरह से कांग्रेस के नेताओं को यह प्रदर्शित करने की कोशिश की गई है कि राक्षसों के दल से हैं. यह घोर आपत्तिजनक है. मैं इसकी कड़ी शब्दों में निंदा करता हूं. मुख्यमंत्री से आग्रह करता हूं कि इस पर तत्काल रोक लगाई जाए और जो इस प्रकार का दुस्साहस किया है उसे कठोर सजा दी जाए. ये लोग बीजेपी के लोग हो सकते हैं जो अवसर की तलाश में रहते हैं.’