CG News: छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप कर मांग किया है कि सरगुजा जिले के सीतापुर क्षेत्र निवासी राजमिस्त्री संदीप लकड़ा की हत्याकांड मामले में पुलिस कर्मियों की भी आरोपियों को बचाने में मिलीभगत है. पुलिस कर्मियों ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत के बाद तत्काल कार्रवाई नहीं की तो आरोपी ठेकेदार के बैंक खाते से बड़ी धनराशि का आहरण घटना के बाद हुआ है ऐसे में शक है कि पूरे मामले को दबाने के लिए तो ठेकेदार ने अवैध लेनदेन नहीं किया है. दूसरी तरफ सर्व आदिवासी समाज ने यह भी मांग की है कि मृतक के परिजनों को 2 करोड रुपए की आर्थिक सहायता सरकार की तरफ से दी जाए और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी दिया जाए, ऐसा नहीं होने पर सर्व आदिवासी समाज ने आने वाले दिनों में आंदोलन की चेतावनी दी है.
सर्व आदिवासी समाज ने अपने ज्ञापन में कहा है कि मृतक संदीप लकड़ा के जघन्य हत्याकांड के मुख्य आरोपी अभिषेक पाण्डेय एवं सहयोगी प्रत्युश पाण्डेय एवं गौरी तिवारी सहित घटना में शामिल सभी सहयोगियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किया जाए. मृतक संदीप लकड़ा के परिजन पत्नी बच्चों बुजुर्ग माता पिता को 2 करोड़ आर्थिक सहायता प्रदान की जाए. संदीप लकड़ा के जघन्य हत्याकांड में विलम्ब लगभग 75 दिन से अधिक होने के जिम्मेदार एसपी, एसडीओपी, टीआई को प्रभाव से तत्काल निलंबित कर जाँच कराई जाए तथा संबंधितो पर एफआईआर दर्ज कराई जाए.
मृतक सदीप लकड़ा के पत्नी सलीमा लकड़ा को शासकीय नौकरी देने की मांग की गई है. मुख्य आरोपी अभिषेक पाण्डेय के निजी खाते से आहरित करोड़ो रुपये का मृतक संदीप लकड़ा के प्रकरण को दबाने प्रभावित करने में उपयोग किया गया है, इसकी जाँच कर संबंधितों पर केस दर्ज कर कठोर कार्यवाही की जाए. जघन्य हत्या कांड के मुख्य आरोपी सहित उनके दोनों सहयागियों को सजा-ए-मौत की सजा देने की भी मांग की गई है.
इस पूरे मामले में छत्तीसगढ़ अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष ने भी कहा है की जांच में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए वहीं इस पूरे मामले को लेकर सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी भी एकजुट हो गए हैं.
लाश दफनाकर वहां पानी टंकी बना दी गई थी
बता दें कि सीतापुर क्षेत्र से 3 महीने पहले राजमिस्त्री संदीप गायब हो गया था और परिजनों ने ठेकेदार पर मारपीट कर हत्या करने की आशंका जताई थी लेकिन पुलिस केस दर्ज नहीं कर रही थी. आदिवासी समाज के द्वारा आंदोलन करने के बाद केस दर्ज किया गया था और राजमिस्त्री की लाश कल पानी टंकी के लिए खोदे गए फाउंडेशन में मिली. इसके लिए पुलिस को 10 फीट तक खुदाई करनी पड़ी, जहां लाश को दफना दिया गया था और उसके ऊपर पानी टंकी का निर्माण कर दिया गया था.
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