CG News: आज कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर छत्तीसगढ़ में नदी-तालाबों के किनारे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है, जहां लोग दीपदान और आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. इस दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि यह सनातन धर्म में अत्यधिक पवित्र माना जाता है.
बता दें कि शास्त्रों के अनुसार, इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है, जिसे करने से पूरे वर्ष गंगा स्नान करने का पुण्य प्राप्त होता है. साथ ही, दीपदान और मां लक्ष्मी की पूजा से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. श्रद्धालुओं ने श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी से सुख-समृद्धि की कामना की. कार्तिक पूर्णिमा को भगवान विष्णु के मत्स्य अवतार का दिन भी माना जाता है, जो उनके दस प्रमुख अवतारों में पहला अवतार है, और इस कारण इस दिन का धार्मिक महत्व और बढ़ जाता है.
मोहरा नदी में 20 हजार से अधिक लोगों ने किया पवित्र स्नान
वहीं राजनादगांव जिलेभर के लोगो ने शिवनाथ नदी मोहारा में 20 हजार से अधिक लोगो ने पवित्र स्नान किया. लोग सुबह तीन बजे से ही मोहरा नदी के तट पर इकट्ठा हुए एवं स्नान किया मोहरा नदी के तट के पास स्थित 100 साल प्रसिद्धि शिव मंदिर में लोगों ने जल चढ़कर भगवान शिव का आशीर्वाद लिया. मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा में स्नान करने और दीपदान करने का बड़ा महत्व है. लोग अपने परिवार सहित सुबह 3 बजे से ही मोहारा नदी के तट पर पहुंच गए थे. कई श्रद्धालुओं ने कहा कि यहां अलग से महिलाओं के लिए घाट होना चाहिए प्रशासन को ध्यान देना चाहिए.
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गरियाबंद में दिखा उत्साह
गरियाबंद में आज कार्तिक पूर्णिमा स्नान को लेकर काफी उत्साह दिखा. देवभोग अंचल के लोगों ने तेल नदी में सपरिवार पुण्य स्नान करने नदी घाट में पहुंचे. हरे कृष्ण,हरे राम नाम का जाप करते हुए कई ग्रामीण कीर्तन मंडलियों के साथ पूरे जत्था लेकर पुण्य स्नान के लिए नदी पहुंचे. रेत से शिवालय बनाया तो कोई केले के छिलके में दीप दान किया. नदी घाट में आतिश बाजी व उत्साह के साथ लोग पुन्नी स्नान करते दिखे।पूर्णिमा की रात गांव गांव में कार्तिक पुराण की स्थापना कर ग्रामीणों ने रास का आयोजन कर रात भर जागरण किया था. आज पहट से ही ग्रामीणों का नदी में पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ।पुन्नी स्नान को लेकर ग्रामीण अंचल का माहौल भक्तिमय नजर आ रहा है.