– अविनाश चंद्रा
CG News: छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ में जनकपुर थाना अंतर्गत नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म करने के मामले में 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. नाबालिग छात्रा के साथ स्कूल के ही 3 शिक्षकों ने वनकर्मी के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया.
3 शिक्षकों ने वनकर्मी के साथ मिलकर किया गैंगरेप
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रार्थिया थाना उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज कराई की. इसकी नाबालिग लड़की किराये के रुम में रहकर पढाई करती थी. शिक्षकों ने पढाई में सहयोग करने की बात कहकर 15 नवम्बर 2024 को दोपहर 12:00 बजे शिक्षक रावेन्द्र कुशवाहा अपने कार में बैठाकर कुशल सिंह परिहार के जनकपुर स्थित घर ले गये. इस दौरान कुशल सिंह परिहार के घर में उनकी पत्नी नही थी. घर में कुशल सिंह परिहार और अशोक कुशवाहा मौजूद थे. उन्होंने दरवाजा को अंदर से बंद कर दिया और रावेन्द्र कुशवाहा, कुशल सिंह परिहार, अशोक कुशवाहा के बेड रूम में ले जाकर जबरन गलत काम (बलात्कार) किया. एक सप्ताह बाद 22 नवम्बर 2024 की शाम करीब 5 बजे पीड़िता जब दुकान में सामान लेने जा रही थी तब कुशल सिंह परिहार बस स्टैन्ड के पास मिला और अपने मोटरसाइकिल में बैठाकर फारेस्ट वाले के किराये के रुम में लेकर गये. इस दौरान भी कुशल सिंह परिहार, अशोक कुशवाहा, रावेन्द्र कुशवाहा के द्वारा बारी-बारी से बलात्कार किया गया है.
चारों आरोपी गिरफ्तार
पीड़िता की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 228/2024 धारा- 70(2),49,351, (2), बीएनएस एंव 6,17 पाक्सो एक्ट अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह को दी गई जिसके बाद उनके निर्देश पर विवेचना के दौरान पीड़िता और पीड़िता के परिजनों के साथ थाना में महिला
प्रधान आरक्षक प्रियंका पाण्डेय से बयान कराया गया. पीड़िता ने अपने बयान में बताया की 15 नवम्बर 2024 को कुशल सिंह परिहार, अशोक कुशवाहा, रावेन्द्र कुशवाहा के द्वारा बलात्कार किया गया और 22 नवम्बर 2024 की शाम पीड़िता को फारेस्ट स्टाफ के रूम में ले जाकर कुशल सिंह परिहार, अशोक सिंह के द्वारा बारी-बारी से बलात्कार किया गया. वरिष्ठ अधिकारियों पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह के निर्देश अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वाडेगांवकर, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी अलेक्सियुस टोप्पो के मार्गदर्शन पर थाना प्रभारी जनकपुर निरीक्षक दीपेश सैनी और पुलिस टीम ने आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. गिरफ्तारी के बाद पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपना जुर्म करना स्वीकार कर लिया है. घटना में प्रयुक्त वाहन मोटरसाइकिल और नेक्शा का ऐक्सल 06 को गवाहों के समक्ष जप्त कर लिया गया है. आरोपी कुशल सिंह परिहार, अशोक कुशवाहा, रावेन्द्र कुशवाहा तथा बनवारी सिंह को गिरफ्तार कर उनके परिजनों को इसकी सूचना दे दी गई है.
डिप्टी रेंजर समेत सभी आरोपी निलंबित
इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने आरोपी प्रधान पाठक रावेंद्र कुशवाहा, प्राचार्य अशोक कुशवाहा, व्याख्याता कुशल सिंह परिहार को निलंबित कर दिया है. साथ ही एक डिप्टी रेंजर को भी सस्पेंड किया गया है.