CG News: बलरामपुर जिले में गुरु चरण मंडल की पुलिस हिरासत में मौत हुई थी उसकी पत्नी रीना मंडल की लाश भी झारखंड राज्य के गढ़वा थाना इलाके में कोयल नदी में मिली. इस तरह पत्नी की नदी में लाश मिली तो पति की मौत थाने में हो गई. कुल मिलाकर दोनों के मौत का मामला अब उलझ गया है कि आखिर रीना मंडल की हत्या किसने की तो आखिर गुरु चरण मंडल ने खुद फांसी लगाई या पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हो गई, जबकि दोनों ने कुछ साल पहले ही परिजनों की सहमति से प्रेम विवाह किया था हालांकि गुरु चरण मंडल ने पहले भी शादी की थी लेकिन उसकी पत्नी उसके साथ नहीं रह रही थी ऐसे में गुरु चरण मंडल ने रीना के साथ विवाह किया था.
पुलिस हिरासत में गुरु चरण मंडल की मौत से पहले हुई थी पत्नी की हत्या
गुरु चरण मंडल की जिस दिन पुलिस हिरासत में मौत हुई उससे पहले ही गुरु चरण मंडल की पत्नी रीना मंडल की हत्या हो चुकी थी. ऐसा इसलिए क्योंकि झारखंड पुलिस को रीना मंडल की लाश एक अक्टूबर को ही मिल चुका था और रीना मंडल अपने घर से 29 सितंबर को गायब हुई थी यानी गायब होने के 2 दिन बाद ही रीना मंडल की हत्या हो गई थी. वहीं दूसरी तरफ रीना मंडल के मायके वाले रीना के हत्या का शक जाहिर कर रहे थे और इसी वजह से गुरु मंडल और उसके पिता सहित अन्य लोगों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही थी और इसी दौरान गुरु चरण मंडल ने भी थाने के भीतर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी, लेकिन फांसी लगाने की इस घटना को गुरु चरण मंडल के परिवार वाले स्वीकार नहीं कर रहे थे और उनका कहना था कि पुलिस के द्वारा पिटाई किए जाने की वजह से मंडल की मौत हुई है और इसकी वजह से बलरामपुर में जमकर बवाल हुआ था, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में यह साफ नहीं हो सका है कि आखिर रीना मंडल की हत्या किसने की और गुरु चरण मंडल ने क्या खुद से फांसी लगाई या फिर पुलिस के द्वारा थर्ड डिग्री के कारण उसकी मौत हो गई.
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झारखण्ड में मिली महिला की लाश
रीना के भाई बदरा गिरी का कहना है कि रीना की हत्या उसके ससुराल वालों ने ही किया है वहीं उन्होंने सवाल उठाया है कि जब गुरु चरण मंडल की पुलिस हिरासत में मौत हुई तो राजनीतिक पार्टी और अन्य लोगों ने खूब बवाल काटा लेकिन उनकी बहन की हत्या हुई है तो वो लोग अब कहां हैं.बता दें कि झारखंड के गढ़वा थाना इलाके में 1 अक्टूबर को जब रीना मंडल की लाश मिली तब झारखंड पुलिस उसकी पहचान नहीं कर पाई और लाश सड़ने लगी थी। इसकी वजह से पुलिस ने 5 दिनों तक किसी तरीके से शव को पहचान के लिए रखा लेकिन जब पहचान नहीं हो सका तो उसे स्थानीय एनजीओ के माध्यम से अंतिम संस्कार करा दिया गया और इश्तिहार जारी किया गया, जब इश्तिहार में महिला के लाश को परिजनों ने देखा तब उन्होंने लाश की पहचान रीना मंडल के रूप में किया. इसके बाद परिजन गढ़वा पहुंचे और वहां से रीना मंडल की अस्थि लेकर घर पहुंचे जहां उन्होंने उसका अंतिम संस्कार किया.
दूसरी तरफ रीना मंडल की भाभी ने आरोप लगाया है कि ससुराल वालों के द्वारा रीना मंडल को प्रताड़ित किया जाता था और मारपीट किया जाता था उसने इसकी वजह से जहर सेवन कर लिया था और उसके बाद भी उसका इलाज नहीं कराया गया था इतना ही नहीं उसे उसके पति के द्वारा बार-बार धमकी दिया जाता था कि वह उसे छोड़ देगा और उन्होंने ही रीना मंडल का अपहरण कराया और उसके बाद उसकी हत्या कर दी.