CG News: स्टील प्रोडक्शन में छत्तीसगढ़ का स्थान देश में दूसरे नंबर पर आता है. यहां के स्टील की सप्लाई देश के कई राज्यों के अलावा विदेशों में भी की जाती है. लेकिन अब यह सेक्टर उद्योगों को चलाने के लिए जूझ रहा है. जिसके चलते 29 जुलाई के रात 12:00 से 200 स्टील और स्पंज के उद्योगों को बंद करने का फैसला उद्योगपति संघ ने लिया है. पहले चरण में CSPDCL आधारित मिनी स्टील उद्योग को बंद किया जाएगा. इसके बाद में प्रदेश के 500 उद्योगों को बंद किया जा सकता है.
छत्तीसगढ़ शीर्ष बिजली उत्पादक राज्यों में से एक है. लेकिन बिजली की दरों में बढ़ोतरी के खिलाफ स्टील उद्योग से जुड़े लोग लामबद्ध हो गए हैं. स्टील उद्योग से जुड़े कारोबारियों ने सरकार से बिजली के दामों में कटौती की मांग की है. लेकिन बिजली दरों में रहता ना मिलने से उद्योगपति अब अपने उद्योगों को बंद करने की तैयारी में नजर आ रहे हैं. बढ़ी हुई बिजली दरों के विरोध में संघर्ष कर रहे छत्तीसगढ़ के उद्योग संघों ने बड़ा निर्णय लिया है.
उद्योग संघों ने दी चेतावनी
उद्योग संघों का कहना है कि यदि बढ़ी हुई बिजली दरों पर बिजली कंपनी और सरकार की तरफ से ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो 29 जुलाई की रात से CSPDCL आधारित 200 उद्योग बंद कर दिए जाएंगे. इनमें 150 मिनी स्टील प्लांट और स्पंज आयरन प्लांट शामिल हैं. उद्योगपतियों ने कहा कि हमें अभी 4000 रुपए टन का नुकसान उठाना पड़ रहा है.अ गर सरकार बढ़ी हुई बिजली का दर वापस लेती है तो हम उद्योग बंद नहीं करेंगे अगर वापस नहीं लेती है तो हमें मजबूरन प्रदेश के सभी उद्योगों को बंद करना पड़ेगा..
सरकार पर हमलावर कांग्रेस
1 जून को छत्तीसगढ़ में बिजली बिल की बढ़ोतरी का नया टैरिफ लागू हुआ है. जिसके बाद से कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. एक बार फिर से उद्योगों को बंद करने को लेकर कांग्रेस ने भाजपा के ऊपर सवाल खड़े कर दिए हैं. वहीं भाजपा का कहना है कि उद्योगपतियों को जिस प्रकार की कमी नजर आ रही है. उसे पर सरकार विचार करेगी और उनकी कमियों को दूर किया जाएगा.