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CG News: 2 साल से मैनपाट की नाबालिग बेटी लापता, परेशान परिजनों ने महिला आयोग से लगाई गुहार

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बेटी की तस्वीर को दिखाते दंपति

CG News: छत्तीसगढ़ के मैनपाट में रहने वाली एक नाबालिक लड़की पिछले दो साल से लापता है और उसके पिता और परिजन बेटी की तलाश के लिए दर-दर भटक रहे हैं. परिजनों ने महिला आयोग की सुनवाई में पहुंचकर महिला आयोग से बेटी का पता लगाने गुहार लगाई है.

2 साल से मैनपाट की नाबालिग बेटी लापता

मैनपाट में मानव तस्कर लंबे समय से सक्रिय रहे हैं. यहां से कई बेटियां गायब हो गई लेकिन एक अलग तरीके का मामला सामने आया है, जिसमें नर्मदापुर निवासी नारद यादव नामक व्यक्ति का कहना है कि उसकी बेटी को महिला बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर के पद पर काम करने वाली पूजा तिवारी के द्वारा अपने साथ काम कराने ले जाया गया इसके बाद से उसकी बेटी का पता नहीं चल रहा है. वह कहता है कि उसकी बेटी को पढ़ाने लिखाने के नाम पर ले जाया गया और उसकी बेटी 2 साल से लापता है. नारद यादव पुलिस से कई बार शिकायत कर चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. नारद यादव फूट-फूट कर रो रहा है. अपनी बेटी को याद कर तड़प रहा है, उसे लग रहा है कि आखिर कब मेरी बेटी लौटकर घर वापस आ पाएगी, लेकिन अब तक नारद यादव की बेटी का कोई सुराग नहीं है. यही वजह है कि नारद यादव आज महिला आयोग की सुनवाई में पहुंच गया.

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महिला आयोग ने पुलिस से मांगी रिपोर्ट

वही इस पूरे मामले पर महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा है कि मामला गंभीर है और आयोग ने इस पूरे मामले पर पुलिस से भी रिपोर्ट मांगी है, कि आखिर उन्होंने शिकायत के बाद क्या कार्रवाई की है. अब इस मामले का सुनवाई रायपुर में होगा.

मानव तस्करी को लेकर विस्तार न्यूज ने की पड़ताल

विस्तार न्यूज़ ने मानव तस्करी के इस मामले के तह तक जाने के लिए नारद यादव के घर पहुंच कर भी हकीकत जानी, पता चला कि मैनपाट इलाके से लोगों की शिक्षा और जागरूकता का फायदा उठाते हुए जहां मानव तस्कर यहां की लड़कियों को अपनी निशाने में रखे हुए हैं तो वहीं कई सरकारी कर्मचारी और अधिकारी भी यहां की गरीब लड़कियों को अपने घरों में काम करने के लिए ले जा रहे हैं और ऐसा लंबे समय से चला रहा है, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं किया जा रहा है और कहा तो यह भी जा रहा है कि मैनपाट की कई लड़कियां अब भी गायब है और उनका कोई सुराग नहीं लग सका है। आदिवासी बाहुल्य सरगुजा इलाके में मानव तस्करी को रोकने के लिए अधिकारियों को सजक होने की जरूरत है और बड़े पैमाने पर कार्रवाई की भी, वही नारद यादव की बेटी का मामला तो सामने आ गया लेकिन कई ऐसी बेटियां है जिनका मामला सामने नहीं आ पाता.

सीतापुर-मैनपाट में हो रही मानव तस्करी

मानव तस्करी के खिलाफ काम करने वाले पथ प्रदर्शक़ संस्था के संचालक सुशील सिंह ने बताया कि सीतापुर मैनपाट इलाके सीजन लगभग 18 लड़कियां अभी भी लापता है और उनका कोई पता नहीं चल सका है. वे बताते हैं कि मानव तस्कर नाबालिक लड़कियों को अधिक टारगेट करते हैं और अच्छी नौकरी का झांसा देकर महानगरों में ले जाकर बेच देते हैं. इतना ही नहीं लड़कियों को अलग-अलग शहरों में ले जाकर कई बार बेचा जाता है. वे मानव तस्करी को रोकने के लिए पुलिस के साथ मिलकर लगातार काम कर रहें हैं.

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