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CG News: मां खोज रही थी बहू, बेटा देश के लिए हो गया शहीद, बचपन से ही आर्मी में जाना चाहते थे नितेश

Nitesh Ekka

नितेश एक्का का पार्थिव शरीर ज़ब जशपुर पहुंचा तो पूरा गांव शोक में डूब गया

CG News: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में जशपुर के लाल नितेश एक्का शहीद हो गए. नितेश एक्का का पार्थिव शरीर ज़ब जशपुर पहुंचा तो पूरा गांव शोक में डूब गया. शहीद नितेश की मां उनकी शादी के लिए बहू ढूंढ रही थीं और शादी की तैयारी में थीं लेकिन उससे पहले बेटे की शहीद होने की खबर जब पहुंची तो वह बिलख-बिलख कर रोने लगीं.

वहीं नितेश के बड़े भाई खेती किसानी करते हैं. उन्होंने जब पार्थिव शरीर को देखा तो उनकी आंख नम हो गईं और नितेश के बचपन को याद करते हुए उन्होंने कहा कि नितेश को बचपन से ही आर्मी में जाने का शौक था.

जशपुर के वीर शहीद नितेश एक्का का पार्थिव शरीर भारतीय सेना के विशेष विमान से जशपुर लाया गया. नितेश नारायणपुर में हुए नक्सली मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. एसटीएफ जवान नितेश एक्का जशपुर के पोर्टेंगा के चराई डांड के रहने वाले थे. इस घटना से जशपुर वासियों में शोक की लहर दौड़ गई. पुलिस लाईन जशपुर में शहीद नितेश का पार्थिव शरीर पंहुचते ही नितेश एक्का अमर रहे के नारों से जशपुर गूंज उठा. पुलिस लाइन से नितेश के पार्थिव शरीर को रथ में रखकर नगर में शौर्य शहीद यात्रा निकाली गई. जिसमें ग्रामीणों समेत आम जनता, जनप्रतिनिधि व पुलिस के जवान शामिल रहे. नम आंखों से अपने लाल शहीद नीतीश को जशपुर वासियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की. जिसके बाद शहीद का पार्थिव शरीर गृह ग्राम चराई डांड लाया गया, जहां पारंपरिक मिस्सा पूजा के बाद जशपुर पुलिस ने राजकीय सम्मान के साथ गॉड ऑफ ऑनर दिया. यहां सरगुजा रेंज के आईजी अंकित गर्ग व एडिशनल एसपी अनिल सोनी ने पुष्प चक्र देकर शहीद नितेश एक्का को श्रद्धांजलि अर्पित की. पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद नितेश को अंतिम विदाई दी गई.

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बेटे की शादी के लिए बहू खोज रही थीं मां

शहीद नितेश के परिवार में एक बड़ा भाई और मां हैं, जो अब खुद को अकेला महसूस कर रहे हैं. शहीद की मां नीलिमा एक्का ने बताया कि शहीद नितेश मेरी सारी जरूरतों को पूरा करते थे. उसकी शादी के लिए बहू खोज रही थी. वहीं बड़े भाई अशोक ने बताया कि नितेश बचपन से आर्मी में जाना चाहते थे लेकिन हाइट कम होने के कारण उन्होंने एसटीएफ ज्वाइन किया. अशोक ने कहा कि उन्हें भाई की शहादत पर दुःख के साथ गर्व भी है कि वह देश के काम आया.

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