CG News: छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से नई उद्योग नीति लागू हो जाएगी, जिसे लेकर अब प्रशासनिक स्तर पर तैयारी तेज है. उद्योग मंत्री के साथ ही उद्योग विभाग से जुड़े अधिकारी नई उद्योग नीति पर तेजी से काम कर रहे है. अन्य प्रदेशों से भी चर्चा की जा रही है. जिसके बाद प्रदेश में नई उद्योग नीति देखने को मिलेगी. जिसे लेकर सियासी गलियारों में बयानबाजी भी तेज है.
छत्तीसगढ़ में नई उद्योग नीति की तैयारी जारी
छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संपदा भरपूर मात्रा में होने से प्रदेश में उद्योगों की संभावना भी सबसे ज्यादा है. कई बड़े उद्योग छत्तीसगढ़ में लगाए जा सकते है. जिससे प्रदेश में रोजगार के साथ ही वित्तीय जरूरतों को पूरा किया जा सकता है. यही वजह है कि प्रदेश में नई उद्योग नीति को लेकर चर्चा तेज है. नई उद्योग नीति लागू कर सरकार कई बड़े कंपनियों को उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित करती नजर आएगी. नई उद्योग नीति को लेकर प्रदेश में एक्सरसाइज जारी है. कहा जा रहा है कि 1 नवंबर को प्रदेश में नई उद्योग नीति लागू हो सकती है. जिसे लेकर अन्य राज्यों की उद्योग नीति को भी समझने की कोशिश विभाग के बड़े अधिकारी कर रहे है. जिसका लाभ छत्तीसगढ़ को भी मिल सकता है. नई उद्योग नीति को लेकर उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन ने कहा कि उद्योग नीति बनने वाला है. 1 नवंबर से नई उद्योग नीति लागू हो जाएगा. अन्य प्रदेशों की नीति का अध्ययन कर रहे है.
नई उद्योग नीति को लेकर चर्चा के बाद यह कहा जा रहा है कि प्रदेश में बड़े उद्योगों को लेकर राह खुलेंगे. जिससे रोजगार के अवसर के साथ ही प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नई गति मिलेगी. हालांकि नई उद्योग नीति को लेकर हो रहे अध्ययन पर विपक्ष भी हमलावर है. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने कहा कि पिछली सरकार ने बेहतर उद्योग नीति बनाई थी. उसकी वजह से उद्योग के क्षेत्र में तरक्की हुई थी. उसका भी उन्हे अनुसरण करना चाहिए. लेकिन पुरानी योजनाओं को गलत साबित करके बंद करने की कोशिश कर रहे है. हमारी पिछली सरकार की बहुत सारी योजनाओं को बंद कर दिया गया. उसके बदले कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं कर रहे है. बेरोजगारी भत्ता बंद कर दिया गया. गौठानों को बंद कर दिया गया. जिसकी वजह से किसान चिंतित है.
राजनीति में योजनाओं पर सियासत हमेशा से होता रहा है. प्रदेश में नई उद्योग नीति को लेकर हो रही चर्चा के बाद यह कहा जा रहा है कि रोजगार के नए अवसर खुलने वाले है. कहा यह भी जा रहा है कि आने वाले दिनों में बड़े उद्योग लगने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी नई गति मिलेगी. लेकिन अब देखना होगा कि आखिर सरकार की नई उद्योग नीति बड़े उद्योगों को आकर्षित करने में कितना सफल हो पाती है