CG News: छत्तीसगढ़ में अपनी मांगों को लेकर राइस मिलर्स हड़ताल पर चले गए थे और 3 हजार से ज्यादा मिलों को बंद कर दिया था. धान उठाव पर भी रोक लगा दी थी, लेकिन अब उन्होंने अपनी हड़ताल खत्म कर दी है.
अरुण साव से बैठक के बाद राइस मिलर्स की हड़ताल खत्म
राइस मिलर्स ने धान का उठाव शुरू करने की घोषणा कर दी है, बता दें कि उपमुख्यमंत्री अरुण साव के साथ बैठक के बाद ये घोषणा की गई है. लंबित भुगतान को लेकर गतिरोध दूर किया गया. मिलर्स ने कहा कि आज से ही धान का उठाव शुरू किया गया.
राइस मिलरों की हड़ताल से धान खरीदी हुई प्रभावित
बता दें कि धान खरीदी की पूरी प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका सरकार की होती है. जो किसानों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा प्रदान करने का प्रयास करती है. लेकिन प्रदेश के राइस मिलर्स भी समानांतर भूमिका नजर आते हैं. चाहे किसानों को बार दाना उपलब्ध कराना हो या धान मंडी से क्रय किए गए धान का मीलिंग करना हो. राइस मिलर्स प्रत्येक प्रक्रिया ने मुख्य रोल निभाते है. लेकिन मीलिग की लंबित राशि का भुगतान समेत अपने कई मांगो पर राइस मिलर्स ने असहयोग आंदोलन शुरू कर दिया था. जिससे धान का उठाव बंद हो गया था और किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे थे.
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अब तक 50 लाख मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर सियासत जारी है. इसी बीच राज्य में किसानों से समर्थन मूल्य पर अब तक कुल 50 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी जा चुकी है. अधिकारियों ने बताया कि रायपुर संभाग में 14.52 लाख मीट्रिक टन, बिलासपुर संभाग में 9.76 लाख मीट्रिक टन, दुर्ग संभाग में 17.79 लाख मीट्रिक टन, बस्तर संभाग में 4.13 लाख मीट्रिक टन और सरगुजा संभाग में 3.80 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी गई है.