CG News: 3 सितंबर के दिन भोपाल पटनम ब्लॉक मुख्यालय में हजारों की संख्या में आदिवासी ग्रामीणों ने रैली की थी. ग्रामीणों ने रैली विस्थापन के विरोध में निकाली थी. उनका मानना था कि प्रशासन उन्हें उनकी ज़मीन से बेदखल करने जा रही है जिसके एवज में उन्हें मुआवजा राशि दी जाएगी. ग्रामीणों के इस विरोध को प्रशासनिक अमले ने गंभीरता से लेते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस लेकर पत्रकारों के माध्यम से जानकारी साझा कर बताया है कि यह मामला वैसा नहीं है जैसा समझा जा रहा है.
दरअसल इंद्रावती टाईगर रिज़र्व के अंतर्गत भोपालपटनम क्षेत्र में 76 गांवों से विस्थापन के लिए प्रथम चरण में 21 गांवों को चिन्हांकित किया गया है. क्षेत्र में वन्यजीव संरक्षण और ग्रामीणों के लिए मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए टाईगर रिज़र्व के कायदे बड़ी बाधा हैं. बच्चों की शिक्षा के लिए आंगनबाड़ी, स्कूल, अस्पताल जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए टाईगर रिज़र्व के कोर क्षेत्र से जो भी ग्रामीण अपनी मर्ज़ी से विस्थापित होना चाहते हैं प्रशासन ने उन्हीं के लिए मुआवजे या बसाहट की रूपरेखा तैयार की है जबकि ग्रामीणों को ये जानकारी मिली थी कि उन्हें कोर एरिया से जबरदस्ती बेदखल करने की साज़िश है.
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ही जिले के कलेक्टर संबित मिश्रा ने रेलवे लाईन के बारे में कहा कि बीजापुर को रेलवे से जोड़ने के विरोध की बात भी सामने आ रही है, जबकि बीजापुर को रेलवे परियोजना से जोड़ने की बात को अभी तो सिर्फ सहमति ही मिली है न कि कोई रूट तय किया गया है और न ही इस कार्य को अभी स्वीकृति ही मिली है. रेलवे लाईन से बीजापुर को जोड़े जाने के लिए सर्वेक्षण का काम भी अभी तय नहीं है लेकिन जब कभी सर्वेक्षण का काम होगा तो भी इस बात का पूरा ध्यान रखा जाएगा कि स्थानियों की भूमि या भावनाओं को किसी तरह की भी क्षति न पहुंचे. कोर एरिया से विस्थापन को लेकर भी कलेक्टर संबित मिश्रा ने पत्रकारों के माध्यम से ग्रामीणों से कहा है कि ग्रामीण अफवाहों पर ध्यान न दें.