CG News: छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही फायरिंग की घटना को देखते हुए लोग बंदूक के लिए अर्जियां लग रहे हैं. इनमें बिल्डर,व्यापारी,अधिकारी, सुरक्षा संबंधित लोग शामिल हैं. बंदूक लाइसेंस लेने के लिए क्या प्रक्रिया रहती है. अब तक कितने आवेदन लाइसेंस के लिए लगाए गए हैं.
प्रदेश में लगातार हो रही फायरिंग के बाद डर का माहौल
राजधानी रायपुर में 13 जुलाई 2024 को गैंगस्टर समीर बिश्नोई के करीबी अमन साव गैंग के द्वारा कंस्ट्रक्शन कारोबारी प्रहलाद राय के ऊपर दो राउंड फायरिंग की गई थी. इस फायरिंग की घटना के बाद छत्तीसगढ़ में दहशत का माहौल है. लगातार प्रदेश में हो रही फायरिंग की घटना को देखते हुए प्रदेश के व्यापारी, अधिकारी,कारोबारी सेल्फ डिफेंस के लिए बंदूक के लिए अर्जियां लग रहे हैं. छोटे वेपन,रिवाल्वर और पिस्तौल की डिमांड ज्यादातर लोग कर रहे हैं. मां शारदा गन हाउस के संचालक विनय दुबे ने बताया कि जिनको जान का खतरा है उन्होंने गन के लिए अप्लाई किया है. जिनको जिनको सेफ्टी की जरूरत है वह लोग गन के लिए आवेदन कर रहे हैं. रिवाल्वर,पिस्टलछोटे, वेपन की डिमांड ज्यादा है व्यापारी,अधिकारी,ठेकेदार उनकी डिमांड सबसे ज्यादा है.
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अब तक 60 लोगों ने किया आवेदन
रायपुर के ADM देवेंद्र पटेल ने बताया कि इस वर्ष 60 लोगों ने शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन दिया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और अनुभागी दंडाधिकारी की रिपोर्ट ली जाती है रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद अगर राज्य के भीतर लाइसेंस तो जिला दंडाधिकारी द्वारा और संपूर्ण भारत के लिए तो गृह मंत्रालय द्वारा लाइसेंस प्रदान किया जाता है. रायपुर के रहने वाले व्यापारी और सुरक्षाकर्मी भी लाइसेंस के लिए आवेदन कर रहे हैं इसके अलावा कई लोग आत्मरक्षा के लिए लाइसेंस भी ले चुके हैं.रायपुर के टैगोर नगर के रहने वाले व्यापारी रजनीश वर्मा ने विस्तार से बताया कि परिवार के आत्मरक्षा के लिए घर रखना बहुत जरूरी हो गया है राजधानी में गोलीबारी हो रही है वह बहुत गलत है.
छत्तीसगढ़ में लगातार हो रही फायरिंग,चाकू बाजी की घटना को देखते हुए व्यापारी कारोबारी वकील और अधिकारी डरे हुए हैं यही कारण है की लगातार कलेक्ट्रेट में बंदूक के लिए अर्जियां लग रहे हैं. अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन कितने लोगों की अर्जियां मंजूर करती है.