CG News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में शनिवार देर रात दर्दनाक सड़क हादसा हो गया था. इस हादसे में एक युवक की मौत हो जाने के बाद परिजनों ने बड़ी संख्या में लोगों के साथ सड़क पर प्रदर्शन शुरू कर दिया. परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर चक्का जाम भी किया. यह जाम 16 घंटे बाद खुला. परिजन सर्दी भरी रात में अलाव जलाकर सड़क पर बैठे रहे. ऐसे में उनकी मांग को मानते हुए सोमवार को यह जाम खुला.
जानें पूरा मामला
रायगढ़ के हुंकराडीपा चौक में शनिवार देर रात अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई. हादसा इतना खतरनाक था कि युवक का सर और पैर पूरी तरह से रौद गए थे, जिसके कारण उसे पहचान पाना संभव नहीं था. रविवार दोपहर परिजनों ने मृत व्यक्ति की पहचान जशपुर जिले के गोड़ियागढ़ के रहने वाले जतन कुमार सारथी के रूप में की.
मुआवजे की मांग को लेकर जाम
परिजनों ने बताया कि मृतक अपने ससुराल बांधपाली में रहकर जिंदल प्लांट में ड्राइवरी का काम करता था. सड़क हादसे में बुरी तरह उसकी मौत के कारण परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर कुंजेमुरा के हुंकराडीपा चौक में चक्का जाम कर धरना प्रदर्शन शरू किया. इसकी जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचकर तमनार थानेदार और तहसीलदार ने प्रशासनिक राशि की व्यवस्था कर चक्का जाम खोलने के लिए कहा, लेकिन परिजन 30 लाख रुपए की राशि की मांग पर अड़े रहे.
पहुंचे लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार
विरोध और चक्का जाम की जानकारी मिलने पर देर रात करीब 11 बजे लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार और सीएसपी अभिनव उपाध्याय मौके पर पहुंचे. लैलूंगा विधायक विद्यावती सिदार भी मृतक के परिजनों के समर्थन में उतरे.
16 घंटे बाद खुला जाम
रायगढ के कुंजेमुरा हुकराडीपा चौक में सड़क हादसे में एक युवक की मौत के मामले में जारी विरोध 16 घंटे बाद शांत हुआ. पुलिस और प्रशासन ने परिजनों की मांग मानी और 16 घंटे तक चले चक्का जाम को खुलवाया. पुलिस ने मृतक के परिजनों को 1 लाख 25 हजार रुपए मुआवजे के साथ-साथ 2 लाख रुपए का प्रशासनिक मुआवजा दिलाने की बात कही, जिसके बाद परिजनों ने विरोध को स्थगित कर दिया.
रिपोर्ट- रायगढ़ से अश्वनी मालाकार की रिपोर्ट, Vistaar News