Vistaar NEWS

CG Weather News: छत्तीसगढ़ में दो दिन के भीतर प्रवेश करेगा मानसून, सरगुजा में 13 जून से झमाझम बारिश का अनुमान

Chhattisgarh News

file image

CG Weather News: छत्तीसगढ़ में अगले एक-दो दिनों के भीतर मानसून प्रवेश कर जाएगा और इसके साथ ही बस्तर में झमाझम बारिश होगी वहीं सरगुजा क्षेत्र में मानसून 13 से 14 जुन के बीच पहुंचने की पूरी संभावना है, क्योंकि इस साल मानसून ब्रेक जैसी स्थिति अब तक नहीं बनी है. केरल में भी मानसून निर्धारित समय से पहले पहुंच गया था, माना जा रहा है, कि इस साल अच्छी बारिश होगी और किसानों को इसका फायदा होगा.

सरगुजा में 13-14 जून तक आएगा मानसून

मौसम वैज्ञानिक एम के भट्ट ने बताया कि केरल में मानसून इस साल 29 मई को ही पहुंच गया. वहीं इसके बाद से मानसून लगातार आगे बढ़ रहा है, और उम्मीद की जा रही है कि मानसून एक दो दिनों के भीतर उड़ीसा के उत्तरी क्षेत्र, दक्षिण महाराष्ट्र, दक्षिण बस्तर और पश्चिम बंगाल के पूर्वी हिस्से में प्रवेश कर जाएगा। इसके बाद बस्तर से रायपुर तक मानसून पहुंचने में 3 दिन का समय लगेगा ऐसे में राजधानी रायपुर में मानसून 10 जून तक पहुंच जाएगी। छत्तीसगढ़ में सबसे अंतिम में मानसून सरगुजा क्षेत्र में आता है और इस साल 13-14 जुन तक मानसून के यहां पहुंचने की पूरी संभावना है हालांकि पिछले साल मानसून यहां 24 जून को पहुंची थी क्योंकि पिछले साल डिपरजाय नामक तूफान आ गया था. इतना ही नहीं केरल में भी मानसून 8 जून को पहुंचा था.

ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ में बीजेपी को मिली बड़ी जीत, जानिए केंद्रीय मंत्री की रेस में कौन-कौन सांसद शामिल

इन दिनों कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी और बौछारें पड रही हैं वह प्री मानसून की बारिश नहीं है बल्कि तेज गर्मी की वजह से नमी ऊपर जा रहा है और बादल बनकर बरस रहा है. वहीं प्री मानसून की बारिश मानसून पहुंचने से दो से तीन दिन पहले होगी, इस साल मानसून के सही समय पर पहुंचने की वजह से किसानों को फायदा होगा और किसान समय पर खेती किसानी का काम शुरू कर पाएंगे. बता दें कि कई सालों बाद मानसून इस साल समय पर सभी क्षेत्रों में पहुंच रही है, इसे लेकर मौसम वैज्ञानिक भी खासे उत्साहित हैं. दूसरी तरफ मानसून के समय पर पहुंचने की संभावना को देखते हुए किसानों ने भी खाद बीज की खरीदी करना शुरू कर दिया है. ऐसे में माना जा रहा है कि जहां इस साल अच्छी खेती होगी वहीं मानसून की जल्दी ही पहुंचने के कारण लोगों को भीषण गर्मी से भी निजात मिलेगी.

सरगुजा में डॉपलर रडार लगाने की तैयारी

सरगुजा में मौसम विभाग के द्वारा डॉपलर रडार लगाने की तैयारी 3 साल पहले ही एक एकड़ जमीन मौसम विभाग को दिया गया है, और उसे जमीन पर मौसम विभाग का दफ्तर भी बनकर तैयार हो गया है, लेकिन डॉपलर रडार लगाने के लिए अब तक उच्च स्तर पर कोई ठोस पहल नहीं की जा सकती है, जबकि अंबिकापुर में डॉपलर रडार लगाने के लिए सर्वे भी किया जा चुका है. डॉपलर रडार लगाने में 25 से 30 करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान है. डॉप्लर रडार लगाने से हवाई रेंज का 300 किलोमीटर क्षेत्र कवर होगा, यानी यहां लगने वाले डॉपलर रडार से झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उड़ीसा के मौसम का पता यहां से लगाया जा सकेगा.

बता दें कि छत्तीसगढ़ में किसी भी मौसम विभाग के केंद्र में डॉप्लर रडार नहीं है. महाराष्ट्र के नागपुर में डॉपलर रडार लगा हुआ है, अभी वहीं से मौसम की जानकारी मिलती है. जानकारों कहना है कि डॉपलर रडार अंबिकापुर में लगे इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी राजनीतिक पहल करने की जरूरत होगी क्योंकि हर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि इसे अपने क्षेत्र के मौसम विभाग के कार्यालय या केंद्र में लगवाने की कोशिश करेंगे.

Exit mobile version