CGPSC: छत्तीसगढ़ PSC घोटाला केस में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. टामन सिंह और श्रवण कुमार गोयल की न्यायिक रिमांड पूरी होने के बाद शनिवार को दोनों को स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 20 दिसंबर तक न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है.
टामन सिंह सोनवानी की मुश्किलें बढ़ीं
CBI की स्पेशल कोर्ट में शनिवार को CGPSC भर्ती घोटाला मामले के आरोपी पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और श्रवण कुमार गोयल को पेश किया गया. दोनों आरोपियों की 14 दिनों की रिमांड पूरी हो गई थी. इस दौरान कोर्ट ने दोनों की रिमांड 20 दिसंबर तक बढ़ाते हुए रायपुर की सेंट्रल जेल में रखने के आदेश दिया.
18 नवंबर को हुई थी गिरफ्तारी
CGPSC घोटाला मामले में CBI की टीम ने एक्शन लेते हुए 18 नवंबर को पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया था. उनके खिलाफ अपने रिश्तेदारों, कांग्रेस नेताओं और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाने का आरोप है.
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क्या है पूरा मामला
साल 2019 से 2022 तक हुई CGPSC भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. साल 2021 में CGPSC की ओर से कुल 171 पदों के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन किया गया था, जबकि 2020 में 175 पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा हुई थी. इन परीक्षाओं में भ्रष्टाचार और अनियमितता की शिकायत के बाद जांच की जा रही है.
टामन सिंह सोनवानी राज्य लोक सेवा आयोग के चेयरमैन बनने से पहले मुख्यमंत्री सचिवालय के सेक्रेट्री और डायरेक्टर एग्रीकल्चर रह चुके हैं. वह 2004 बैच के IAS अफसर हैं. वह नारायणपुर और कांकेर जिले के कलेक्टर भी रह चुके हैं. धमतरी जिले के निवासी टामन सिंह 1991 में राज्य प्रशासनिक सेवा में आए थे. साल 2004 में IAS बैच और इसके बाद 2008 में IAS अवॉर्ड मिला.