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CGPSC Scam: 2 दिन में CBI ने की ताबड़तोड़ कार्रवाई, टामन सोनवानी के भतीजे समेत 5 गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा जेल

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CBI को मिली रिमांड

CGPSC Scam: CBI ने CGPSC घोटाला मामले में कार्रवाई तेज कर दी है. एक तरफ CGPSC के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल जहां पहले ही जेल में बंद हैं. वहीं दूसरी तरफ CBI ने इनके करीबियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुई 2 दिन में 5 गिरफ्तारियां की हैं. आज कोर्ट ने सभी को रिमांड पर जेल भेज दिया है.

अब तक टामन सोनवानी के भतीजे समेत 5 गिरफ्तार

CBI ने मामले में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ़्तारी के बाद अब CGPSC घोटाला मामले में 5 आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया. इनमें सीजीपीएससी के पूर्व अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी के भतीजे नितेश सोनवानी, भतीजे साहिल सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल के बेटे शशांक गोयल और बहू भूमिका कटियार और तत्कालीन एग्जाम कंट्रोलर ललित गणवीर शामिल हैं.

2 दिन की रिमांड पर कोर्ट ने भेजा जेल

CBI की विशेष कोर्ट ने सभी आरोपियों को 2 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है. सभी आरोपी 15 तारीख़ को CBI की कोर्ट में पेश किए जाएंगे. बता दें कि CGPSC केस में अरेस्ट आरोपी टामन सिंह सोनवानी के भतीजे नीतेश सोनवानी का डिप्टी कलेक्टर के पोस्ट पर चयन हुआ है. वहीं टामन सोनवानी के ही भतीजे साहिल सोनवानी का DSP के पोस्ट पर सिलेक्शन हुआ है. वहीं शशांक गोयल…बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल बेटे और भूमिका कटियार बहू है. दोनों का डिप्टी कलेक्टर के पोस्ट पर चयन हुआ है.

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इन आरोपों के आधार पर हुई कार्रवाई

नीतेश सोनवानी और डिप्टी एग्जाम कंट्रोलर ललित गणवीर पर आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी ने विवाद से बचने और पहचान छिपाने के लिए नीतेश का सरनेम नहीं आने दिया है। उसे छिपाकर रखा, जबकि नीतेश के दस्तावेजों में उसका सरनेम लिखा हुआ था।
अगर अन्य गिरफ़्तार आरोपियों की बात की जाए तो इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने टामन सिंह सोनवानी को पैसे दिए है श्रवण गोयल की बहू और बेटी पर आरोप है कि इन्होंने टामन सिंह सोनवानी को पैसे दिए बदले में इन्हें पेपर मिला है PSC की परीक्षा इसी पेपर के माध्यम से इन्होंने पास की. मामले की सबसे बड़ी बात तो ये है CBI लगातार सख़्त है और विस्तार न्यूज़ जानकारी के मुताबिक़ आने वाले समय में और भी कई गिरफ्तारियां हो सकती है क़रीब 30 लोगों की इस मामले पर गिरफ़्तारी हो सकती हैं.

जानिए क्या है CGPSC घोटाले

CGPSC 2019 से 2022 तक की भर्ती में कुछ अभ्यर्थियों के चयन को लेकर विवाद है. EOW और अर्जुंदा पुलिस ने भ्रष्टाचार-अनियमितता के आरोप में केस दर्ज किया है. PSC ने 2020 में 175 पदों पर और 2021 में 171 पदों पर परीक्षा ली थी। इन्हीं भर्तियों को लेकर ज्यादा विवाद है. आरोप है कि तत्कालीन चेयरमैन सोनवानी ने अपने रिश्तेदारों समेत कांग्रेसी नेता और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों की नौकरी लगवाई है.

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