Rajkumar College: मध्य प्रदेश के समय से ही राजकुमार कॉलेज अपना विशेष महत्व रखता आया है. अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे कॉलेज में KG1 से 12वीं तक की पढ़ाई होती है. 1882 से कार्यरत राजकुमार कॉलेज को 2023 में 138 वर्ष पूरे हो चुके है.
बड़ी हस्तियों ने राजकुमार कॉलेज से ही की शिक्षा ग्रहण
राजकुमार कॉलेज अंग्रेजों के जमाने से ही अपनी शिक्षा व्यवस्था को लेकर बहुत प्रसिद्ध था. जवाहरलाल नेहरू,लाल बहादुर शास्त्री, सोनिया गांधी, आदि राजनेता राजकुमार कॉलेज से जुड़े थे. राजनेताओं के साथ-साथ राजाओं, जमींदारों के बच्चे भी राजकुमार कॉलेज से ही अपनी शिक्षा ग्रहण करने को प्राथमिकता देते थे.
कॉलेज का इतिहास
राजकुमार कॉलेज 1882 में कर एंड्रयू हेडरसन लीथ फ्रेजर, के एएसआई और ब्रिटिश अधिकारियों के प्रयासों से जबलपुर में स्थापित किया गया था और खराब सुविधाओं और स्थान के कारण बंद कर दिया गया. सन् 1894 में इसे रायपुर में शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया और राजकुमार कॉलेज के स्वरूप में फिर नामकरण और एक प्रमुख कॉलेज के रूप में स्थापित किया गया. छत्तीसगढ़ सामंती राज्यों के शासकों और स्थानीय जमींदारों के बेटे और रिश्तेदारों की शिक्षा के लिए बनाया गया था.
1939 में पब्लिक स्कूल सम्मेलन के संस्थापक सदस्य के रूप में शामिल होने पर रियासतों के अलावा अन्य सभी लड़कों के लिए प्रवेश खोला गया था.
कॉलेज के बारे में कुछ विशेष बातें
100 एकड़ से भी ज्यादा क्षेत्रफल में फैला हुआ यह राजकुमार कॉलेज रायपुर शहर के बीचों-बीच बसा हुआ है, जिसे 138 साल पूरे हो चुके हैं. यह कॉलेज सभी स्कूलों से ज़्यादा सर्वसुविधा-युक्त अपनी एक अलग पहचान बनाए हुए हैं. यहां पढ़ाई के साथ-साथ अनेक खेलों की भी सुविधा भी है. हॉस्टल और खाने की सुविधा भी यहां उपलब्ध है.
छत्तीसगढ़ के अलावा ओडिशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड व बिहार आदि रियासतों और जमींदारों के राजकुमार भी अपनी शिक्षा ग्रहण करने के लिए राजकुमार कॉलेज आते हैं.
राजकुमार कॉलेज की कहानी
राजकुमार कॉलेज में जशपुर हॉल 3 फरवरी 1998 को बनकर तैयार हुआ था. जशपुर हाल में ही छत्तीसगढ़ की पहली विधानसभा बैठक तत्कालीन सीएम अजीत जोगी ने बुलाई थी. उसके बाद राजकुमार कॉलेज के ऐतिहासिक पन्नों में एक और किस्सा जुड़ गया.
वर्तमान स्थिति
जिस प्रकार अंग्रेजों के समय बड़े-बड़े राजाओं जमींदारों के बच्चे और रिश्तेदार राजकुमार कॉलेज में अपनी शिक्षा ग्रहण करते थे. उसी तर्ज पर आज बड़े-बड़े उद्योगपति, अधिकारी, नेताओं और राजाओं के वंशज राजकुमार कॉलेज से अपनी शिक्षा ग्रहण करते हैं. लेफ्टिनेंट कर्नल अविनाश सिंह राजकुमार कॉलेज में प्रिंसिपल की भूमिका निभा रहे हैं. वे बताते हैं कि राजकुमार कॉलेज में हर एक बच्चे की पढ़ाई के साथ-साथ हर एक स्किल का डेवलपमेंट होता है. हर एक बच्चे के अंदर अलग-अलग कला होती है. उसको निखारने का काम राजकुमार कॉलेज बहुत अच्छे से करता है.