Chhattisgarh News: सुकमा जिला में रविवार को हुई तेज बारिश से एक ओर जहां लोगों को भीषण गर्मी से काफी राहत मिली, तो वहीं दूसरी ओर दोरनापाल के आगे पोलमपल्ली के जंगल में एक साथ घास चर रहे 26 पशुओं पर आसमानी कहर बरपा. इस वज्रपात से सभी मवेशियों की मौत हो गई.
26 मवेशियों की हुई मौत
इस घटना से पशु पालकों को काफी नुकसान हुआ है. पंचायत सदस्य मड़कम भीमा ने दी जानकारी इस संबंध में कहा कि पोलमपल्ली गांव के पशु पालकों के मवेशी प्रत्येक दिन की तरह जंगल में चरने गये थे. अत्यधिक बारिश के कारण सभी मवेशी पानी से बचने के लिए दो घने पेड़ के नीचे आ हो गए. इसी दौरान अचानक वज्रपात होने से मौके पर मौजूद 26 मवेशियों की मौत हो गई. वज्रपात की इस घटना में एक साथ इतने मवेशियों की मौत से गरीब पशु पालकों का बड़ी क्षति हुई है. इनमें से कई दुधारू गायों की मौत होने से पशु पालक काफी चिंतित हैं. इसके साथ कुछ पशु पालकों के खेती में जोतने वाले बैलों की मौत होने खेती करने को लेकर वे चिंतित हैं. इन सभी पीड़ित पशु पालकों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है.
क्या कहते हैं पशुधिकारी
सुकमा जिले के पशु अधिकारी सुमेर सिंह ने बताया कि इसकी सूचना पशु चिकित्सा पदाधिकारी को दी गई है. साथ ही निर्देशित किया गया है कि घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा ले. इसके अलावा सभी भुक्तभोगी से आवेदन और मृतक मवेशियों की फोटो लेकर मुआवजे को लेकर आगे की कार्रवाई करें.