Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में दोपहर 1:30 बजे के करीब बिजली गिरने से 6 बच्चों सहित 8 लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि अचानक मौसम बदलने और बारिश होने से सभी खंडहर में रुके हुए थे. घटना जोरातराई गांव की है.
आकाशीय बिजली गिरने ने 8 लोगों की मौत
दरअसल राजनांदगांव के जोरातराई गांव में एक दुखद हादसा हो गया. आकाशीय बिजली की चपेट में आने से आठ लोगों की जान चली गई. इसमें स्कूली 6 बच्चे शामिल हैं. इसमें 4 स्कूली बच्चे जोरातराई से सटे गांव मनगट्टा के रहने वाले हैं और एक बच्चा जोरातराई का ही रहने वाला है. हादसे की जगह से 5 किलोमीटर दूर बच्चे मुड़ीपार पढ़ने गए हुए थे. प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बच्चे पढ़ने के लिए स्कूल गए हुए थे. दोपहर को छुट्टी होने के बाद जब बच्चे घर वापस लौट रहे थे, तो अचानक बारिश शुरू हो गई. बीच रास्ते में बच्चे सड़क किनारे पेड़ के नीचे बने एक छोटे से शेड में बारिश से छुपने चले गए, इसी दौरान अचानक आसमान से बिजली गिरी और शेड में अंदर मौजूद सभी बच्चों की मौत हो गई. 6 बच्चों के साथ 3 अन्य जवान लोग भी शेड के अंदर बारिश से बचने के लिए छिपे हुए थे. इन तीनों में से दो लोगों की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गई जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है.
जानिए कैसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शीयों ने बताया कि आकाशीय बिजली की चपेट में आने से घायल व्यक्ति तड़प तड़प कर मदद की गुहार लगा रहा था. घटना के 1 घंटे के बाद पुलिस के पहुंचने पर घायल को राजनांदगांव जिला अस्पताल ले जाया गया. ग्रामीण अपने आरोप लगाया कि गांव में स्वास्थ्य केंद्र होने के बावजूद स्वास्थ्य सुविधा ठीक नहीं है. अगर स्वास्थ्य सुविधा ठीक होती तो शायद जान बच सकती थी.
घायल आदमी की साइकिल अभी भी पेड़ के नीचे पड़ी हुई है. साइकिल में थैली में सामान पड़ा हुआ है. शेड का स्ट्रक्चर बिजली गिरने के कारण टूट गया. चारों तरफ चप्पल बिखरे हुए हैं. कीचड़ में चप्पल सना हुआ है. जिस जगह यह हादसा हुआ, उस जगह स्थित का जायजा लेने हमारे सहयोगी रायपुर से चलकर राजनांदगांव पहुंचे. जब हमारे यहां सहयोगी पहुंचे तो तस्वीर हैरान परेशान करने वाली थी. जोरातराई गांव स्थित सड़क किनारे बने छोटे से खंडहर शेड के पास बहुत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. सड़क के किनारे एक विशाल तेंदू का पेड़ नजर आया. इसी पेड़ के नीचे एक छोटा सा खंडहर शेड है. जो पहले एक दुकान हुआ करता था, लेकिन यह काफी समय से खाली पड़ा हुआ है. इसी वजह से जब लोग यहां से गुजरते हैं तो बारिश से बचने के लिए शेड के अंदर चले जाते हैं.
हादसे की जगह मृतको के चप्पल पड़े हुए नजर आए. इसके अलावा जिस पेड़ के नीचे शेड बना हुआ था. उस पेड़ पर भी बिजली गिरने के निसान नजर आए. बिजली गिरने का मंजर इतना खतरनाक था कि शेड के छत का स्ट्रक्चर भी टूट कर नीचे गिर गया. शेड में ही मौत होने के बाद एक के बाद एक लोग एक दूसरे पर गिर गए.
मृतक बच्चों में 11वी क्लास में पढ़ने वाले बच्चे शरद साहू, कुमलेश पटेल, शशिकांत साहू, पियूष साहू का नाम शामिल है. यह सभी बच्चे गरीब परिवार से आते हैं. इन सभी के पिता रोजी मजदूरी का काम करते हैं. विस्तार न्यूज़ की टीम आकाशीय बिजली की चपेट में आने से हुई 11वीं क्लास में पढ़ने वाले शशिकांत साहू के घर भी पहुंची. घर में मातम पसरा हुआ है. बच्चों की मौत हो जाने के बाद पूरा गांव सन्नाटा में डूबा हुआ है. शशिकांत की मां का रो-रो कर बुरा हाल हो गया.