Chhattisgarh News: राजधानी रायपुर में आज महापौर एजाज ढेबर सहित लगभग 60 पार्षद बेंगलुरु और मैसूर दौरे पर रवाना हुए. दोपहर 12.20 बजे की फ्लाइट से सभी पार्षद बेंगलुरु के लिए रवाना हुए. रायपुर नगर निगम के पार्षदों का यह दौरा एक हफ्ते का है. सभी पार्षद बेंगलुरु और मैसूर में नए वॉटर ट्रीटमेंट सिस्टम का अध्ययन करने गए हैं. वाटर ट्रीटमेंट सिस्टम के अलावा अन्य लागू व्यवस्था का भी पार्षद दल जायजा लेगा. दोनों शहरों का भ्रमण करके सभी पार्षद 13 अगस्त को रायपुर वापिस लौटेंगे.
बेंगलुरु और मैसूर में व्यवस्थाओं का करेंगे अध्ययन
बेंगलुरु रवाना होते हुए रायपुर एयरपोर्ट पर महापौर ऐजाज़ ढेबर ने कहा कि हम अध्ययन दल आज जा रहे हैं. हम लोग को बाहर जाकर बहुत कुछ सीखने को मिलता है. पिछली बार इंदौर में गए थे हम ने एसटीपी देखा था, कैसे पानी बचते हैं. इसी तरह मैसूर में कुछ नई चीज चालू हुई है पानी क्लीयरिंग को लेकर इसका हम लोग मैसूर में अध्ययन करेंगे. महापौर ने बताया कि कल मैसूर में हमारी मीटिंग है. उसके बाद फिर हमारी मीटिंग बेंगलुरु में है. स्वाभाविक रूप से जब आदमी अपने शहर से बाहर निकलता है तो बहुत कुछ सीखता है. हम बहुत कुछ सीख कर आएंगे फिर वहां से आकर हम रायपुर में लागू करेंगे. महापौर ढेबर ने बताया कि कल और परसों मैसूर में रहेंगे. फिर बेंगलुरु में 2 दिन मीटिंग है. इस दौरान कर्नाटक के सीएम और डिप्टी सीएम से भी मुलाकात करेंगे. मुलाकात के लिए समय मांगा है.
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तत्यापारा सड़क चौड़ीकरण के लिए हो रहे सर्वे को लेकर महापौर ने कहा कि हमारे हाथ से बॉल निकल जा चुकी है. हमारा काम था कि कम से कम काम चालू हो जाए. कलेक्टर, प्रशासन और जिला प्रशासन की अब जिम्मेदारी है जो व्यापारी रोड किनारे है उनके भरोसे में रखे विश्वास में रखकर वहां काम किया जाए. सभी व्यापारी सहयोग करने के लिए राजी हैं. मैं भी चाहता हूं यातायात की व्यवस्था सुधारना चाहिए.
ढेबर ने भाजपा पर लगाया पक्षपात करने का लगाया आरोप
बेंगलुरु रवाना होते हुए महापौर ढेबर ने कहा कि जन समस्या निवारण पखवाड़ा पूरी तरह फ्लॉप हुआ है…डिप्टी सीएम को किसी का वार्ड नहीं दिखा…डिप्टी सीएम नेता प्रतिपक्ष के वार्ड में गए… फिर वहां जाकर एक करोड़ रुपए देने की घोषणा करते हैंयह सरकार सिर्फ भाजपा के लिए है. इनको पब्लिक से कोई लेना-देना नहीं है और कई वार्डों में डिप्टी CM क्यों नहीं गए. हमारी सरकार में तुहर द्वार तुहर सरकार में पांच-पांच हजार लोगों की भीड़ आती थी. जन समस्या निवारण शिविर में तो 100 से ज्यादा लोग आ ही नहीं रहे.
ढेबर ने नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे के बेंगलुरु और मैसूर नहीं जाने पर दिया बयान
नेता प्रतिपक्ष समझदार हैं. उनके पास अच्छा टैलेंट है. मुझे समझ नहीं आया फ्लाइट की टिकट देने के बाद भी वह क्यों नहीं जा रही है. भाजपा के लोग जा रहे हैं भाजपा के दल के लोग जा रहे हैं फिर भी पता नहीं नेता प्रतिपक्ष क्यों नहीं जा रही है. बता दें कि अगले दो से तीन महीने में छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव होना है. ऐसे समय में पार्षद दल शैक्षणिक भ्रमण पर रवाना हुए हैं. अगर वहां से पार्षद दल कुछ योजना सीख कर भी आते हैं तो भी चुनाव बीच में आने के कारण इंप्लीमेंट नहीं किया जा सकेगा. इससे पहले भी डेढ़ साल पहले रायपुर का पार्षद दल चंडीगढ़ गए हुए थे.