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Chhattisgarh: नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव एक साथ कराने की तैयारी में BJP सरकार, जनता से मांगा सुझाव, सियासत शुरू

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डिप्टी सीएम अरुण साव और PCC चीफ दीपक बैज

Chhattisgarh News: वन नेशन वन इलेक्शन के तर्ज पर एक प्रदेश एक चुनाव की दिशा में बीजेपी बड़ा कदम उठाने जा रही है.इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार अब नगरीय निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को एक साथ करने जा रही है. राज्य सरकार ने इस संबंध में आम जनता से सुझाव भी मांगे हैं. आखिर सरकार क्यों एक साथ चुनाव कराना चाहती है. इसके पीछे क्या कारण है और इस फैसले पर सियासत क्यों शुरू हो गई है.

प्रदेश में एक साथ होगा नगरीय निकाय चुनाव व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव

छत्तीसगढ़ में इस साल के अंत में नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने जा रहा हैं.चुनाव के पहले नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव एक साथ होने चाहिए या नहीं? राज्य सरकार ने इस संबंध में प्रदेश के आम लोगों से सुझाव मंगाए हैं. दरअसल विधानसभा के मानसून सत्र में इस संबंध में एक अशासकीय संकल्प लाया था. इसके बाद राज्य सरकार ने इस संबंध में एक कमेटी का गठन किया था. अब इस कमेटी ने सुझाव मांगे हैं.

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वन नेशन वन इलेक्शन थीम पर आगे बढ़ेगा छत्तीसगढ़ – अरुण साव

नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने के फैसले पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव का बयान भी सामने आया है.उन्होंने कहा कि पूरे देश में वन नेशन वन इलेक्शन पर चर्चा हो रही है. छत्तीसगढ़ में भी इस संबंध में राय ली जा रही है.साथ चुनाव होने से समय और संसाधनों की बचत होती है.सभी वर्गों के सुझाव के बाद इस विषय पर निर्णय होगा.

नगरीय निकाय चुनाव व त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर डरी BJP – दीपक बैज

वही सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस तंज कस रही हैं.पीसीसी चीफ दीपक बैज ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा वन नेशन वन इलेक्शन बीजेपी के मुंह में अच्छा लगता है. नगरीय निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर बीजेपी डरी हुई हैं, पूछना चाहता हूं क्या बीजेपी नगरीय निकाय चुनाव मोदी के चेहरे पर लड़ेगी? हम हर तरह के चुनाव के लिए तैयार है.

वन नेशन वन इलेक्शन की तर्ज पर छत्तीसगढ़ में बहस शुरु हो गई है. विधानसभा में अशासकीय संकल्प आने के बाद अब इस पर विचार भी किया जा रहा है. हालांकि इसे लेकर जनता से भी सुझाव मांगे जा रहे है. कमेटी की बैठक के बाद स्पष्ट होगा कि प्रदेश में वन नेशन वन इलेक्शन के तर्ज पर चुनाव हो पाता है या नहीं?

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