Chhattisgarh News: कोरबा जिले में देहदान किया गया है. यहां बरपाली के प्रदीप महतो ने संकल्प लिया था कि उनका निधन होने वे अपना पार्थिव शरीर का दान करेंगे. उनकी अंतिम इच्छा उनके परिवार वालों ने पूरी की है. उनके परिजनों ने मृत्यु के बाद प्रदीप की बॉडी मेडिकल कॉलेज के बच्चों को दान की है. उनके परिवार से भी पूर्व में नेत्रदान किया जा चुका है और अब इस देहदान से इन्होंने समाज में एक नई मिसाल पेश की है. समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए हैं. ऐसे महान व्यक्ति को शत-शत नमन, ऐसा बहुत ही कम होता है कि कोई अंग दान कर पाता है. सबसे बड़ी बात, इस कार्य ने उनके परिवारजन का मान-सम्मान बढ़ा दिया है. फिलहाल, अब मेडिकल कॉलेज को देहदान होने से छात्रों सीखने में बड़ी मदद मिलेगी. स्थानीय लोगों ने भी प्रदीप महतो की समाज सेवा के कार्यों की सराहना की है.
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यह अपने आप में एक अच्छा अनुभव
मृतक प्रदीप महतो के परिवार वालों का कहना है कि देहदान जरूरी है, क्योंकि इससे मेडिकल कॉलेज के बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं. वह देह मिलने के बाद लगभग सभी बॉडी के पार्ट का इस्तेमाल अलग-अलग काम में करते हैं. इससे छात्रों के प्रैक्टिकल के अलावा कहीं और तरह का इस्तेमाल होता है. छत्तीसगढ़ समेत पूरे मेडिकल कॉलेज में देहदान इसलिए जरूरी है, क्योंकि मेडिकल कॉलेज को इसकी जरूरत भी है और यही वजह है, कि लगातार देहदान के लिए लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है.