Chhattisgarh By Election: छत्तीसगढ़ में रायपुर दक्षिण उपचुनाव को लेकर बीजेपी-कांग्रेस दोनों ने कमर कस ली है, दोनों चुनाव प्रचार में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते है. वहीं दोनों पार्टियों के नेता एक-दूसरे पर जमकर निशाना भी साध रहे है. इसी बीच प्रचार पर निकले बीजेपी प्रत्याशी सुनील सोनी के खिलाफ जनता का गुस्सा फूटा है. सुनील सोनी भाठागांव क्षेत्र में प्रचार करने निकले थे, यहां लोग चारागाह की 67 एकड़ जमीन पर हुए कब्जे को लेकर नाराज थे. लोगो ने कहा कि आपकी सरकार रहने के बाद भी हमारी नहीं सुनी गई.
भूपेश बघेल ने X पर पोस्ट कर सुनील सोनी पर साधा निशाना
वहीं बीजेपी प्रत्याशी सुनील सोनी लोगों को शांत कराते रहे लेकिन जनता नाराजगी जाहिर कर विरोध करती रही. सोमवार दोपहर की इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. भूपेश बघेल ने भी इसे शेयर कर लिखा है कि ‘रायपुर दक्षिण की जनता ने तो भाजपा के निष्क्रिय प्रत्याशी को पानी पिला दिया’.
रायपुर दक्षिण की जनता ने तो भाजपा के निष्क्रिय प्रत्याशी को पानी पिला दिया. pic.twitter.com/nUKd46x82b
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 5, 2024
कांग्रेस ने आकाश शर्मा को चुनावी मैदान में उतारा
आकाश शर्मा एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से संबंधित हैं. वे वर्तमान में छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं. वे 2014 से 2020 तक एन.एस.यू.आई छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रहे, और 2018 में वे एन.एस.यू.आई के राष्ट्रीय सचिव भी बने थे.
जानिए रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट का इतिहास
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट BJP का गढ़ मानी जाती है. रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल लगातार आठ बार इस सीट से विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. वहीं, साल 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने सबसे बड़ी जीत हासिल की थी.
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट साल 2008 में परिसीमन के दौरान अस्तित्व में आई थी. इससे पहले 2008 तक रायपुर में सिर्फ दो विधानसभा सीट होती थी. इनमें रायपुर टाउन और रायपुर ग्रामीण शामिल थी. साल 2008 में रायपुर ग्रामीण, रायपुर सिटी वेस्ट, रायपुर सिटी नॉर्थ और रायपुर सिटी साउथ चार विधानसभा सीट बनी. साल 2008 चुनाव में इस सीट पर BJP ने जीत हासिल की. इसके बाद 2013, 2018 और 2023 में भी ये सीट BJP के ही खाते में रही.
जातीय समीकरण
रायपुर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में जातीय समीकरण की बात करें तो यहां पर सामान्य वर्ग के वोटर्स निर्याणक भूमिका में हैं.