Chhattisgarh News: कोंटा ब्लॉक के ग्रामीण व तेंदूपत्ता फदमुंशी के द्वारा आज गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम कोंटा एसडीएम शबाब खान को ज्ञापन सौपा. उन्होंने तेंदूपत्ता संग्रहकों को नकद भुगतान करने की मांग की. ग्रामीणों कहा अगर नगद भुगतान को लेकर सरकार जल्द कोई निर्णय नहीं लेती है तो आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा. इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष बोड्डू राजा, जनपद पंचायत अध्यक्ष सुन्नम नागेश, उपाध्यक्ष माड़वी देवा, मडकम कृष्ण, सहित अन्य मौजूद थे.
तेंदूपत्ता संग्रहकों को नकद भुगतान करने की उठी मांग
जिला पंचायत उपाध्यक्ष बोडडू राजा ने कहा कि जिले का अधिकतर हिस्सा अति नक्सल प्रभावित संवेदनशील क्षेत्र है, यहां के निवासी कम पढ़े लिखे होने के कारण कई लोगों के पास आज भी आधार कार्ड एवं बैंक खाता नहीं है. नक्सल प्रभावित होने के कारण आवागमन के साधन नहीं है, मरईगुड़ा, गोल्लापल्ली, किस्टाराम के कई लोगों को 50 से 65 किमी दूर तय कर आना पड़ता है. जिसमें लगभग दो दिनों का समय लगता है. जिससे लोगों का काफी परेशानियाँ होती है, कई लोगों के निवास स्थानों से बैंकों की दूरी लगभग 60 से 65 किमी है, यहाँ के निवासियों के आय का प्रमुख स्त्रोत तेन्दूपत्ता पारिश्रमिक राशि ही है.
संग्राहकों को नकद भुगतान करें सरकार – कोंटा जनपद पंचायत अध्यक्ष
कोंटा जनपद पंचायत अध्यक्ष सुन्नम नागेश ने बताया कि कोंटा ब्लॉक में लगभग 250 गांव व लगभग 20 हजार तेंदूपत्ता संग्राहक है, चूंकि पूरे ब्लॉक में 5 बैंक है, जिसमें संग्राहकों द्वारा लेनदेन करने में कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. लगभग 40-50 किमी की दूरी पर बैंक होने से आने-जाने में दिक्कत होती है, साथ ही कई खाते बंद की स्थिति में है, और कभी कभी बैंक में लिंक फैल होने से भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.