Chhattisgarh News: प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा लगातार नक्सलियों को बातचीत का प्रस्ताव दे रहे हैं. डिप्टी सीएम बस्तर में सक्रिय नक्सलियों को फोन पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत करने का प्रस्ताव दे चुके हैं. अब सरकार पुनर्वास नीति को लेकर नक्सलियों से सुझाव मांग रही है.
पुनर्वास नीति को लेकर डिप्टी सीएम ने नक्सलियों से मांगा सुझाव
इसके अलावा जगदलपुर में मेल आईडी, गूगल फॉर्म जारी कर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने नक्सलियों से अनुरोध किया है, कि वह बताएं कि उनके पुनर्वास नीति क्या होनी चाहिए? बता दें कि गृह मंत्री विजय शर्मा ने पहले ही कहा था कि नया पुनर्वास नीति जल्द ही लाया जाएगा.
नक्सलियों को मुख्यधारा से जोड़ने शुरू की गई है, पुनर्वास नीति
प्रदेश में हथियार छोड़कर (आत्म सम्पर्ण) मुख्य धारा में लौटने वाले नक्सलियों के लिए नक्सल पुनर्वास नीति लागू की गई है. इसके तहत हथियार छोड़ने वाले नक्सलियों को खेती की जमीन से लेकर आजीविका के अन्य साधन उपलब्ध कराए जाते हैं. अब सरकार नई पुर्नवास नीति बनाने जा रही है. इसके लिए सरकार ने नक्सलियों से भी सुझाव मांगा है.
जो पत्रकार नक्सली इलाकों में रिपोर्टिंग करते हैं, वे हमारी बात रखें नक्सलियों के बीच- विजय शर्मा
गृहमंत्री विजय शर्मा ने पत्रकारवार्ता में बताया कि जब पुनर्वास नीति के तहत नक्सलियों को समर्पण करना है तो क्यों न हम उन्हीं नक्सलियों से पूछ लेते हैं की वो क्या चाहते है. आज संभाग के कई पत्रकारों ने गृहमंत्री विजय शर्मा के साथ इस बैठक में शामिल होकर नक्सलियों के पुनर्वास से संबंधित सुझाव में अपना अपना पक्ष भी रखा विजय शर्मा में कहा कि पुनर्वास नीति के लिए हमने ये तद्बीर की है कि बस्तर के जो पत्रकार नक्सल प्रभावित इलाकों में जाकर रिपोर्टिंग करते है. अगर वे अब आगे जब उनका माओवादियों से संपर्क हो तो हमारा ये नैतिक संदेश माओवाद के नेताओं तक पहुंचाएं. हम बस्तर में शांति चाहते हैं.