Chhattisgarh News: जांजगीर-चाम्पा के बलौदा क्षेत्र के करमन्दा गांव में डायरिया थमने का नाम नहीं ले रहा है और 30 नए मरीज मिले हैं. करमन्दा गांव में अब तक 70 मरीज मिल चुके हैं, जिसमें 24 लोगों का इलाज बलौदा के अस्पताल में चल रहा है, और मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल में डायरिया वार्ड बनाया गया है. कुछ मरीजों का इलाज जिला अस्पताल और निजी अस्पताल में भी चल रहा है.
जांजगीर-चाम्पा में फैला डायरिया का प्रकोप
करमन्दा गांव में एक बुजुर्ग महिला की मौत हो चुकी है, जो गांव की पंच थी. बड़ी बात यह है कि करमन्दा में हर दिन 10 से 15 नए मरीज मिल रहे हैं, लेकिन फिर भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा 24 घण्टे का स्थायी कैम्प नहीं लगाया गया है. स्वास्थ्य अमला गांव पहुंचता है और शाम तक लौट जाता है. ऐसे में रात में लोगों को इलाज की सुविधा गांव में नहीं मिल रहा है और ग्रामीण रात्रि में कैम्प लगाने की मांग कर रहे हैं. इधर, पीएचई विभाग ने पानी का सैम्पल लिया है और जांच के लिए भेज दिया है. साथ ही, बोर को बंद किया गया.
दरअसल, 10 तारीख को गांव में शादी थी, जहां लोगों ने भोजन किया, इसके बाद लोग डायरिया से प्रभावित हुए थे. फिर यहां डायरिया अलग-अलग 7 वार्डो में फैल गया है. गांव के वार्ड 4, 5, 6, 7, 10, 11 और 12 में डायरिया का प्रकोप है. घरों के आसपास घूरा है, जिसकी वजह से डायरिया फैलने की आशंका जताई जा रही है. अभी यहां डायरिया का आंकड़ा 70 पहुंच गया है. लगातार नए मरीज मिलने के बाद अब स्वास्थ्य अमला को और ज्यादा सजग होने की जरुरत है.
विस्तार न्यूज संवाददाता प्रकाश साहू ने मौके का जायजा लिया है, लोगों से बात की है.
खबर दिखाने के बाद जागा पीएचई विभाग
आपको बता दें कि डायरिया का प्रकोप होने की जानकारी पीएचई विभाग को थी लेकिन विभाग सुध लेने का नाम नहीं ले रहा था, इसके बाद विस्तार न्यूज ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया, जिसके बाद पीएचई विभाग नींद से जागा है और पानी का सैम्पल लिया है. फिलहाल, पानी के जांच के बाद पता चलेगा कि आखिर किस वजह से डायरिया फैला है.