Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री के साथ ही बीमारी भी अपना पैर पसार रही है. प्रदेश के कई जिलों में डायरिया और मलेरिया के मरीज मिलने लगे है. इन बीमारियों से मौते भी हो रही है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान भी खड़े हो रहे है. बीमारी का दंश जहां लोगों का जीवन समाप्त कर रही है तो वहीं सियासत भी हाई हो चुकी है.
प्रदेश में डायरिया के 10 हजार 830 मरीज मिले
छत्तीसगढ़ में इन दिनों स्वास्थ्य विभाग सियासत के केंद्र में है. मौसम में हुए बदलाव के साथ ही मौसमी बीमारी भी लोगों को अपने जद में ले रही है. प्रदेश के कई जिलों में डायरिया और मलेरिया के मरीज मिल रहे है. बस्तर संभाग के कई जिलों में मलेरिया के मरीज मिलने और कुछ मरीजों की मौत भी हुई है. वहीं प्रदेश में डायरिया ने भी पैर पसार लिया है. प्रदेश में 13 जुलाई तक 10 हजार 830 मरीज डायरिया के मिले है. जिसमें अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं सरकार की ओर से मलेरिया के मरीजों में कमी का दावा किया जा रहा है. जारी आंकड़ों के अनुसार मलेरिया के कुल मामलों में से 61.99 फीसदी दंतेवाड़ा, बीजापुर, और नारायणपुर से आते हैं. प्रदेश में बढ़ी मौसमी बीमारी के बाद विपक्ष ने सरकार को घेरा है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष धनेंद्र साहू ने कहा कि पूरे प्रदेश में मलेरिया फैला हुआ है. मलेरिया को लेकर बहुत बड़ा बजट आता है. उसके बाद भी सरकार फेल रही है. स्वास्थ्यगत विषयों को प्राथमिकता से लेना चाहिए.
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बीजापुर में मिले सबसे ज्यादा मरीज
घने जंगलों और दुर्गम क्षेत्रों वाले बस्तर संभाग में मलेरिया जैसी बीमारियों की रोकथाम हमेशा से एक कड़ी चुनौती रही है. लेकिन इसके बावजूद हालात तेजी से बदले भी हैं. छत्तीसगढ़ में डायरिया के आंकड़ों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा बीजापुर में मरीज मिले है. बीजापुर में 1 हजार 306 मरीज मिले है, जबकि रायपुर में 1 हजार 36 मरीज पाए गए है. वहीं पूरे प्रदेश में 10 हजार 830 मरीज मिले है. जिसमें से 5 लोगों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य विभाग ने 2024 की पहली छमाही में मलेरिया के मामलों की रिपोर्ट जारी की है. जिसमें बस्तर जिले में 1660 केस, बीजापुर में 4441, दंतेवाड़ा में 1640, कांकेर में 259, कोंडागांव जिले में 701, नारायणपुर जिले में 1509 और सुकमा में 1144 केस दर्ज किए गए हैं. मलेरिया से हुई मौत पर जहां कांग्रेस ने जांच समिति गठित कर दी है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बीजापुर अधिकारियों को दिए निर्देश
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल बीजापुर जिले के दौरे पर भी पहुंच गए थे. जहां अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए है. हालांकि कांग्रेस के आरोपों पर स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने पलटवार भी किया है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में आंकड़े अधिक थे. मौतें भी ज्यादा हुई थी. हमारा प्रयास है मौत ना हो, जरूरत पड़ी तो कैंप लगवाएंगे. हर एक व्यक्ति का ब्लड टेस्ट कराएंगे, मच्छरदानी भी वितरित करेंगे.
छत्तीसगढ़ में मौसमी बीमारी सामने आने के बाद प्रशासन से लेकर सरकार में अलर्ट है. सरकार आवश्यक कार्रवाई करने निर्देश भी जारी कर रहा है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री के दौरे के बाद बस्तर के साथ ही अन्य जिलों में बीमारियों पर लगाम लगाने स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद नजर आ रहा है. लेकिन इस मामले में शुरु हुई सियासत से जनता को कितना राहत मिलेगा यह तो समय ही बताएगा.