Chhattisgarh News: बिलासपुर के इतिहास में पहली बार यहां की महिलाओं ने साड़ी में मैराथन किया. कुछ महिलाएं ट्रेडिशनल तो कुछ महिलाएं छत्तीसगढ़ी वेशभूषा से सजी हुई थीं. कोई साड़ी पहनकर गाड़ी चला रहा था, तो कोई दौड़ भाग कर रहा था.
महिलाओं ने दिया ये संदेश
महिलाओं ने सीधा यह संदेश देने की कोशिश की थी कि महिलाएं साड़ी में भी सब कुछ कर सकती हैं. रोटरी क्लब व कुछ अन्य संस्थाओं ने मिलकर यह एक कदम उठाया. इसके कारण शहर की सड़कों पर रविवार को सुबह 6:30 बजे एक अलग ही नजारा देखने को मिला. महिलाएं कतार में सड़क पर निकलीं और पुलिस ग्राउंड पहुंची. यहां नाचना गाना भी हुआ और खूब एंजॉयमेंट भी. रोटरी क्लब ने स्पष्ट तौर पर कहा कि वे शहर में सिर्फ यही संदेश देना चाह रहे हैं कि महिलाएं साड़ी में भी हर वह काम कर सकती है जो दूसरे ड्रेस में किया जा सकता है.
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वेस्टर्न कल्चर को आइना दिखाना मकसद
रोटरी क्लब की महिलाओं ने विस्तार न्यूज़ से बातचीत में बताया कि बिलासपुर और छत्तीसगढ़ में वेस्टर्न कल्चर बढ़ते जा रहा है. खास तौर पर पहनावे को लेकर. यही वजह है कि उन्होंने एक कॉन्सेप्ट तैयार किया और जिसके तहत ही उन्होंने रविवार की सुबह पुलिस ग्राउंड में साड़ी पहनकर वह हर काम करने का निर्णय लिया जो बाकी पहनावे से भी किया जा सकता है.