Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बलौदा बाजार में हुई हिंसा पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने भाजपा सरकार से छत्तीसगढ़ में इस्तीफा की मांग करते हुए कहा है कि यह हिंसा सरकार की एक बड़ी नाकामी है. सिर्फ 5 से 6 महीना में यह घटना ने साबित कर दिया है की सरकार चला पाने में बीजेपी नाकाम है. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सरकार को केंद्र से चलने और विष्णुदेव साय को केंद्र का मोहरा मात्र होना बताया.
इसके अलावा भी उन्होंने केंद्र की गलत नीतियों पर बात की और वह कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व कमजोर हो चुका है. जो उनके चेहरे से झलक रहा है साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बनते जा रहा है. जहां हत्या लूट डकैती बलात्कार और चाकू बाजी आम हो चुक है. बलौदा बाजार में हुई हिंसा भी लॉ एंड ऑर्डर टूटने का सबसे बड़ा उदाहरण है.
ये भी पढ़ें- Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी के कारण बढ़ी छुट्टियां, अब 25 जून तक बंद रहेंगे सभी स्कूल
भूपेश बघेल ने राज्य सरकार पर उठाए सवाल
पूर्व सीएम ने केंद्रीय नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार को राज्य नहीं चल पाने की बात कही. इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र में बिलासपुर संसदीय सीट से सांसद तोखन साहू को केंद्रीय मंत्री बनाकर भारतीय जनता पार्टी ने कई स्थानीय नेताओं की उपेक्षा की है. उनके मुताबिक इसके लिए बृजमोहन अग्रवाल बेहतर नेता थे जिन्हें दरकिनार कर दिया गया है.
भूपेश बघेल ने यह भी कहा है कि बिलासपुर में अमर अग्रवाल धर्मजीत सिंह और धरमलाल कौशिक जैसे बड़े नेताओं की भारतीय जनता पार्टी ने उपेक्षा की है. उन्हें भाजपा ने साइड लाइन कर दिया है. यही कारण है कि बीजेपी का नेतृत्व अब धीरे-धीरे घटता जा रहा है.
केंद्रीय नेतृत्व में फूट की बात
भूपेश बघेल ने कहा कि न सिर्फ छत्तीसगढ़ में बल्कि केंद्रीय नेतृत्व में भी भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी के बीच अदावत शुरू हो गई है. बीजेपी के नेता खास तौर पर कई बड़े नेताओं को पसंद नहीं कर रहे हैं और जिसकी वजह भी इनके बीच मंत्रिमंडल का बंटवारा और बाकी चीज हैं. उन्होंने ईवीएम मशीन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि चोर चोरी कर रहा है लेकिन उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है.