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Chhattisgarh: देश के सरकारी बैंकों ने अपने ग्राहकों से वसूले 8500 करोड़ रुपए, जानिए क्या है पूरा मामला

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Chhattisgarh News: देश के सरकारी बैंकों ने अपने ग्राहकों से 8500 करोड़ रुपए वसूला है. यह बहुत बड़ा आंकड़ा है.  सरकारी बैंकों ने अपने ही ग्राहकों से मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने पर 8500 करोड़ रुपए जुर्माने के तौर पर वसूला है. हो सकता है आप में से बहुत लोगों को बैंकिंग सिस्टम में मिनिमम बैलेंस मेंटेनेंस क्या होता है यह भी मालूम नहीं हो. क्यों 8500 करोड़ रुपए सरकारी बैंकों ने अपने ग्राहकों से पेनल्टी के तौर पर वसूल लिया.

बैंकों ने मिनिमम बैलेंस पेनल्टी के रूप में 8,500 करोड़ रुपये वसूले

दरअसल देश की संसद में वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में जानकारी दिया है कि देश में सरकारी बैंकों ने फाइनेंशियल ईयर 2020 से 2024 के दौरान मिनिमम बैलेंस पेनल्टी के रूप में 8,500 करोड़ रुपये कलेक्ट किए गए हैं. इसका मतलब है कि पिछले 5 साल के दौरान जिनका खाता सरकारी बैंकों में है और जिन्होंने मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं किया है. उन्हीं लोगों से यह 8500 करोड़ रुपए वसूला गया है. जानकारी के मुताबिक 11 सरकारी बैंकों में से छह ने मिनिमम क्वार्टरली एवरेज बैलेंस मेंटेन नहीं होने पर वसूली की जबकि चार बैंकों में मिनिमम एवरेज मंथली बैंलेस नहीं होने पर ग्राहकों पर जुर्माना लगाया गया है. वहीं केवल एक बैंक SBI ने 2020 के बाद से पेनल्टी लेना बंद कर दिया है.

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कई बैंकों में 10000 तक भी रखना होता है मिनीमम बैलेंस

ग्राहकों के लिए मिनिमम बैलेंस एक अनिवार्यता होती है की महीने में या फिर 3 महीने में जिसे क्वार्टरली भी कहते हैं, इस दौरान कम से कम एक लिमिट अमाउंट आपको अपने अकाउंट में रखना ही रखना है. यह 500, 1000, 2000, 5000 और यहां तक की 10000 तक भी होता है. मतलब इतना पैसा आपके अकाउंट में आपको महीने या क्वार्टरली में एवरेज के तौर पर होना ही चाहिए. और अगर आप यह पैसा अपने अकाउंट में मेंटेन नहीं करते हैं तो इसकी पेनल्टी के रूप में बैंक वाले आपके अकाउंट से चार्ज काट लेते हैं. इसी सिस्टम को मिनिमम बैलेंस मेंटेनेंस कहा जाता है. इसी मिनिमम बैलेंस को नहीं मेंटेन करने की वजह सरकारी बैंकों ने 8500 करोड़ रुपए वसूला है.

डेटा के मुताबिक मिनिमम बैलेंस पेनाल्टी से सबसे ज्यादा कमाई एसबीआई ने की. बैंक ने 2019-20 में इससे 640 करोड़ रुपए कमाए थे, हालांकि बाद में बैंक न जुर्माना वसूलना बंद कर दिया. इसके बाद 2023-24 में पंजाब नेशनल बैंक ने पेनल्टी से 633 करोड़ रुपए, बैंक ऑफ बड़ौदा ने 387 करोड़ रुपए, इंडियन बैंक ने 369 करोड़ रुपए, केनरा बैंक ने 284 करोड़ रुपए और बैंक ऑफ इंडिया ने 194 करोड़ रुपए कमाएं. यह तो सिर्फ सरकारी बैंकों का आंकड़ा है. बड़े-बड़े प्राइवेट बैंक जैसे कि एचडीएफसी एक्सिस आइसीआइसीआइ बैंक. इन प्राइवेट बैंकों में तो मिनिमम एवरेज बैलेंस नहीं मेंटेन करने पर चार्ज काफी ज्यादा लगते हैं. बता दें कि मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं होने पर बैंक लोगों के अकाउंट से पैसे ऑटोमेटिक काट ली जाती है. जिसकी वजह से लोग काफी परेशान भी हो जाते हैं.

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