Chhattisgarh News: अटल बिहारी यूनिवर्सिटी में छात्रों से फीस के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है, इसे लेकर NSUI ने विरोध जताया है. प्रदेश सचिव रंजेश सिंह के नेतृत्व में कुलपति के नाम अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी के कुलसचिव को अशासकीय महाविद्यालय को शोध केंद्र से हटाने ज्ञापन सौंपा है.
क्या है पूरा मामला
NSUI के प्रदेश सचिव रंजेश सिंह रंजेश सिंह ने बताया कि अभी अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी में पीएचडी (शोध) की भर्ती चल रही है. जिसमें दो अशासकीय महाविद्यालय डीपी विप्र व सीएमडी महाविद्यालय को भी शोध केंद्र बनाया गया है, लेकिन इन दोनों महाविद्यालय में प्रवेश शुल्क के नाम पर शासकीय महाविद्यालय से दो गुना ज्यादा फीस लिया जा रहा है. जिसकी शिकायत कुलसचिव से की गई थी. इसके बाद नोटिस जारी किया गया था कि कोई भी महाविद्यालय नियम के विरुद्ध अधिक फीस ना ले अन्यथा शोध केंद्र रद्द कर दिया जाएगा.
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फीस के नाम पर हो रही अवैध वसूली
इसके बाद भी महाविद्यालय विश्विद्यालय के नोटिस को दरकिनार करके मनमानी तरीके से मनमर्जी फीस की वसूली की जा रही है. लगातार देखा जाता रहा है, कि महाविद्यालय मनमानी कर रही है, और विश्वविद्यालय का बिल्कुल डर नहीं है. इसका प्रमुख कारण है, कार्यवाही ना होना. कुलसचिव से बात करते हुए रंजेश सिंह ने कहा कि ऐसे महाविद्यालय जो शिक्षा को सिर्फ व्यापार के नजरिये से देखते है, जो लगातार छात्रों ही भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का काम करते आ रहे है, ऐसे महाविद्यालय को तुरंत ही शोध केंद्र से हटा दिया जाए और नियमानुसार त्वरित कार्रवाई करे. जिसपर कुलसचिव ने कार्रवाई करने व छात्रहित में पूर्ण रूप से फैसला आने और अंतर राशि को वापस कराने की बात कही है.