Chhattisgarh News: राजनांदगांव के वनांचल गांव घासीटोला एवं लमती में जिमीकंद लगाओ पैसा कमाओ अभियान की शुरूआत की गई है. इस दौरान पद्मश्री फूलबासन यादव, हरियाली बहिनी सहित ग्राम के वरिष्ट एवं महिला स्व सहायता समूह उपस्थित रहे. इस अभियान से इससे महिलायें आत्मनिर्भर बन रही है.
जिमीकंद रोपण कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की मुहिम
पद्मश्री फूलबासन ने कहा की जिमीकंद बीना लागत एवं देखरेख में हो जाता यह अभियान देश का पहला अभियान है जो जिमीकंद रोपण कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने मुहिम में लगी है. जिमीकंद अनेक गुणों से परिपूर्ण है स्वादिष्ट तो है ही साथ ही स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है. पूर्व में भी 32 लाख से अधिक जिमीकंद बीज का रोपण किया गया है, जिसका लाभ महिलाओं को हो रहा है उन्होंने महिलाओं से अपील करते हुए कहा की देशी जिमीकंद सभी के पास उपलब्ध है बस उसे बढ़ाने की आवश्यकता है.
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देशी जिमीकंद बीज रोपण प्रारंभिक तौर पर 200 गांवों में 20 लाख रोपण करने का लक्ष्य रखा गया है. पूर्व में लगाये जिमीकंद से करोड़ो रू तक का लाभ हो रहा है
जिमीकंद बीज 2 वर्ष में 1.5 किलो होता है, प्रति किलो 30रू मिलता है महिलायें कम से कम 300 बीज लगाने के लिए प्रेरित की जा रही है. इससे 13500 तक लाभ 2 वर्षो में होगी अगर 20 लाख जिमीकंद लगाते है तो 2 वर्ष में 9 करोड़ लाभ होगी पूर्व से 14 करोड़ कुल 23 करोड़ 2 वर्ष में लाभ प्राप्त होंगी. 99 प्रतिशत जिमीकंद बीज का रोपण सफल होता ही है. इसको देखते हुए लगातार महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है. पूर्व में जिमीकंद अभियान के लिए पदयात्रा, सम्मेलन, सम्मान समारोह जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह उपस्थित हुए थे साथ ही लोगो को सम्मानित को 1 लाख तक पुरूस्कार वितरण किया गया.