Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के 11 लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया गया. इस लिस्ट में जहां कुछ पुराने चेहरों को दोबारा मौका दिया गया है. तो वहीं दूसरी तरफ कुछ नए और चौकाने वाले नाम भी सामने आए हैं. आइये जानते हैं कौन हैं 11 लोकसभा सीटों प्रत्याशी?
कौन हैं 11 लोकसभा सीटों के प्रत्याशी
1. जांजगीर चांपा – कमलेश जांगड़े
इस लिस्ट में कमलेश जांगड़े का नाम शामिल है जो सक्ति जिले की महिला मोर्चे की अध्यक्ष हैं.
2. कोरबा – सरोज पांडेय
इस लिस्ट मे सरोज पांडेय का भी नाम शामिल है, जो दुर्ग से सांसद रह चुकी हैं और वर्तमान मे भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं.
3. महासमुंद- रूप कुमारी चौधरी
इस लिस्ट में महासमुंद से रूप कुमारी चौधरी को टिकट दिया गया है. वो बसना से 2013-18 में विधायक रह चुकी हैं और महासमुंद जिला अध्यक्ष भी रही हैं.
4. सरगुजा – चिंतामणि महाराज
सरगुजा से चिंतामणि महाराज को लोकसभा का टिकट दिया गया है. वह विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे. लुंड्रा से विधायक रहे चिंतामणि का टिकट कांग्रेस ने काट दिया था, जिसके बाद वह नाराज होकर भाजपा में शामिल हुए थे. उस समय भाजपा नेताओं ने आश्वासन दिया था कि उन्हें लोकसभा का टिकट दिया जाएगा और आज जारी सूची में चिंतामणि को सरगुजा से उम्मीदवार बनाया गया है.
छत्तीसगढ़ में 8 बार के बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल को पार्टी ने बनाया लोकसभा चुनाव का प्रत्याशी. क्या बृजमोहन अग्रवाल चुनाव लड़ना चाहते हैं?
देखिए विस्तार न्यूज़ के संवाददाता रोहित मिश्रा (@rohitmishra234) की बृजमोहन अग्रवाल से खास बातचीत#Chhattisgarh #BrijmohanAgrawal… pic.twitter.com/aJ765K2HZH
— Vistaar News (@VistaarNews) March 2, 2024
5. कांकेर- भोजराम नाग
कांकेर से उम्मीदवार बनाए गए भोजराम नाग अंतागढ़ विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं. 2014 में अंतागढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस ने मंतूराम पवार को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन आखिरी समय में मंतूराम ने नाम वापस ले लिया और भोजराज नाग विधायक चुने गए थे. भोजराज नाग देवी के उपासक हैं, और उनके ऊपर देवी आती हैं.
6. दुर्ग – विजय बघेल
छत्तीसगढ़ के जिन दो सांसदों की टिकट दोबारा दी गई है, उसमें दुर्ग सांसद विजय बघेल हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में विजय बघेल को भाजपा ने घोषणा पत्र समिति का अध्यक्ष बनाया था. भाजपा की छत्तीसगढ़ में जीत को लेकर यह माना जा रहा है की घोषणा पत्र का अहम रोल था.
7. राजनांदगांव- सांसद संतोष पांडे
राजनांदगांव से सांसद संतोष पांडे अपनी टिकट बचाने में सफल रहे हैं. संतोष पांडे को विधानसभा चुनाव में बस्तर का प्रभारी बनाया गया था. 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बस्तर की सिर्फ एक दंतेवाड़ा सीट पर जीत दर्ज की थी. हालांकि दंतेवाड़ा की विधायक भीमा मंडावी की मौत के बाद भी उपचुनाव में वह सीट भी कांग्रेस के खाते में चली गई थी. ऐसे में भाजपा के एक भी विधायक बस्तर में नहीं थे, लेकिन इस चुनाव में आठ विधायक भाजपा के चुनकर आए हैं.
8. बिलासपुर – तोखन साहू
तोखन साहू लोरमी से भाजपा के विधायक रह चुके हैं. इसी क्षेत्र से धर्मजीत सिंह भी जनता कांग्रेस के विधायक हुआ करते थे, जिन्होंने भाजपा जॉइन कर ली और तखतपुर से बन गए. लोरमी से अरुण साव ने चुनाव लड़ा जिसके कारण तोखन साहू को मौका नहीं मिला, और अब उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट देकर पार्टी ने उनपर भरोसा जताया है.
9. रायपुर- बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर से बृजमोहन अग्रवाल को टिकट मिला है, बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा चुनाव में लगातार जीत दर्ज की है. 2018 में जब समूचे रायपुर की सीटें कांग्रेस के हाथ में आई लेकिन शहर से इकलौते भाजपा विधायक बृजमोहन ही बने थे. वर्तमान में बृजमोहन अग्रवाल छत्तीसगढ़ सरकार में शिक्षा मंत्री हैं.
10. रायगढ़ – राधेश्याम राठिया
राधेश्याम राठिया को रायगढ़ से लोकसभा का टिकट मिला है. पिछले लोकसभा चुनाव में इन्हें धरमजयगढ़ विधानसभा का चुनाव संचालक भी बनाया गया था. इससे पहले राठिया पूर्व जनपद अध्यक्ष, जिला किसान मोर्चा के महामंत्री भी रह चुके हैं.
11. बस्तर – महेश कश्यप
बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित बस्तर लोकसभा सीट से महेश कश्यप को अपना उम्मीदवार बनाया. महेश कश्यप आरएसएस के पुराने कार्यकर्ता हैं. उन्होंने बस्तर संभाग में आदिवासियों के धर्मांतरण के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा किया. वे लगातार इस मसले को लेकर मुखर रहे हैं.