Chhattisgarh News: मुंगेली जिले के मोहभठ्ठा में भाटिया वाइंस की स्प्रिट से 15 गांव से अधिक बेहाल हैं. कुछ दिन पहले एक तालाब में इसी स्प्रिट के चलते लाखों मछलियां मर गई थी. जिसके कारण लोगों ने इसका खूब विरोध किया और इस मामले में हाई कोर्ट ने संज्ञान ले लिया है. हाई कोर्ट ने मुख्य सचिव के अलावा मुंगेली के कलेक्टर और इससे जुड़े बाकी अधिकारियों को नोटिस भेज कर इसमें स्पष्टीकरण मांगा है. बड़ी बात यह है कि भाटिया वाइंस का यह स्पिरिट काफी समय से तालाब और आसपास की नदियों में बहाया जा रहा है. जिसके कारण संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है.
हाई कोर्ट ने मामले में लिया संज्ञान
शराब बनाने की प्रक्रिया के दौरान वाइन फैक्ट्री से निकलने वाला स्प्रिट सीधे बिना फिल्टर किया तालाब में बहा दिया जा रहा है, और इसके कारण ही मछलियां मर रही हैं. लोगों के शरीर पर इस तालाब में नहाने से खुजली और बाकी चीज हो रही है. यही कारण है कि मामले को गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट ने इसे संज्ञान लेते हुए 22 जुलाई को सुनवाई का डेट तय किया है. इस मामले में जिला प्रशासन के तमाम ओहदेदार के अलावा मुंगेली के स्थानीय प्रशासन अफसर को भी बुलवाया गया है, और उनसे कारण जाना गया है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?
हाई कोर्ट ने मांगा जवाब
भाटिया वाइंस फैक्ट्री के संचालक जी चावल को सड़ाकर शराब बनाते हैं. उसकी दो प्रक्रियाएं होती हैं. पहले चरण में अंग्रेजी शराब बनती है, और दूसरे चरण में देसी तीसरा चरण स्प्रिट को फिल्टर कर इस बहाने का होता है. जिसे सीधे तौर पर तालाब और आसपास की नदियों में बहाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि शिवनाथ नदी में भी यह पानी बहाया जा रहा है, जिसके चलते आने वाले समय में बड़ा खतरा पैदा होने की उम्मीद है यही कारण है कि हाई कोर्ट ने इस मामले को गंभीरता से लिया है.
आसपास के 15 गांव में समस्या
मुंगेली के पथरिया क्षेत्र में आसपास के 15 गांव भाटिया वाइन फैक्ट्री के जहरीले पानी के चलते समस्या ग्रस्त हो रहे हैं. पहले से यह क्षेत्र पानी को लेकर कई तरह की समस्या झेल रहा है यहां का जलस्तर उसे तरह से ठीक नहीं है जिस तरह से होना चाहिए और दूसरा फ्लोर इडुक्त पानी भी यहां बड़ा कारण है जिसके कारण लोग पेट संबंधी बीमारी झेल रहे हैं. उसे पर भाटिया वाइंस फैक्ट्री के संचालकों के लापरवाही ने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी है, यही कारण है कि ग्रामीण लगातार इस बात का विरोध कर रहे हैं और उन्होंने आने वाले दिनों में इस व्यवस्था को नहीं सुधरने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.