Chhattisgarh Liquor Scam: छत्तीसगढ़ के शराब घोटाला मामले में ईओडब्ल्यू ने आज सुबह से ताबड़तोड़ कार्रवाई की है. मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दो करीबियों के घर पर ACB ने छापा मारा है. वहीं आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी को भी बिहार से गिरफ्तार किया है.
EOW ने 21 जगहों पर की छापेमारी, प्रेस नोट जारी
ईओडब्ल्यू द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट में लिखा है कि- आबकारी मामले में 21 स्थानों पर छापे की कार्यवाही हुई है. रायपुर में 09, दुर्ग-भिलाई में 07, राजनांदगांव में 01, बिलासपुर में 04, इस प्रकार कुल 21 विभिन्न स्थानों पर छापे की कार्यवाही कर तलाशी ली गई.
19 लाख की नकदी, दस्तावेज, करोड़ों के आभूषण किए बरामद
ईओडब्ल्यू को तलाशी के दौरान लगभग 19 लाख रूपये नकद, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे लैपटॉप, पेन ड्राइव, बैंक स्टेटमेन्ट्स, चल-अचल संपत्ति संबंधी दस्तावेज, करोड़ों के आभूषण, बैंकों में करोड़ों के निवेश के अलावा अनेक अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए हैं, जिनका परीक्षण किया जा रहा है। इन दस्तावेजों में आबकारी से अर्जित अवैध संपत्ति के सामान्य निवेश एवं शेल कम्पनियों के माध्यम से लेयरिंग, अनसिक्योर्ड लोन एवं निवेश संबंधी दस्तावेज शामिल हैं.
EOW ने इनके ठिकानों पर दी दबिश
छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले में EOW ने बड़ी कार्रवाई की है. ईओडब्ल्यू की 12 टीम गुरुवार तड़के रायपुर, दुर्ग, भिलाई और बिलासपुर में कारोबारी और अधिकारियों के घर पहुंची. रायपुर में कारोबारी अनिल अग्रवाल, सौरभ अग्रवाल के समता कॉलोनी स्थित आवास पर ईओडब्ल्यू की टीम सुबह पहुंची. वहां से शाम करीब 5:00 बजे तीन बैग, दस्तावेज लेकर टीम वापस आई. बता दें कि अग्रवाल बंधु लोहे का कारोबार करते हैं.
वहीं दुर्ग जिले में दो लोगों के घर एसीबी और ईओडब्ल्यू की टीम ने छापामार कार्यवाही की है. विजय भाटिया के घर लगभग आधा दर्जन ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम पहुंची और उनके नेहरू नगर स्थित घर पर दबिश दी. विजय भाटिया को छापे की सूचना मिल गई थी. वह पहले ही फरार हो गए. वहीं पप्पू बंसल के घर टीम देर शाम तक डटी रही. बिलासपुर में ACB और EOW की टीम ने अतुल सिन्हा के CA संजय मिश्रा के घर में धावा बोला.
बता दें कि इस मामले में ईओडब्ल्यू की टीम ने आबकारी अधिकारी एपी त्रिपाठी को बिहार से गिरफ्तार कर लिया. अब उनको रायपुर लाया जा रहा है.
शराब घोटाले में इनके नाम शामिल
इस शराब घोटाले में एआईएस अफसर निरंजनदास, रिटायर्ड आईएएस अनिल टूटेजा, उनके पुत्र यश टूटेजा के साथ एके त्रिपाठी, विवेक ढांड और तत्कालीन आबकारी मंत्री कवासी लखमा के नाम शामिल हैं. शराब घोटाले में कारोबारी अनवर ढेबर, अरविंद सिंह, विजय भाटिया के साथ ही एक दर्जन से ज्यादा आबकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं.