Chhattisgarh Liquor Scam: छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में सोमवार को जेल में बंद पूर्व रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा को रायपुर के स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. जहां 14 दिन की रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट ने एक बार फिर टुटेजा की न्यायिक रिमांड 14 दिन बढ़ा दी है.
3 जून तक जेल में रहेंगे अनिल टूटेजा
पूर्व रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा को रायपुर के स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. जहां 14 दिन की रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट ने एक बार फिर टुटेजा की न्यायिक रिमांड 14 दिन बढ़ा दी है, अब वे 3 जून तक जेल में रहेंगे.
क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला?
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के ठीक पहले यह कथित शराब घोटाला सामने आया था. जिसे लेकर ईडी ने दावा किया था कि यह घोटाला पूरे 2000 करोड़ रुपए का है. साथ ही इस घोटाले में छत्तीसगढ़ के कई बड़े नेता और अफसरों के शामिल होने की भी बात की थी. वहीं इस मामले में मुख्य आरोपी अनवर ढेबर की गिरफ़्तारी भी की गई थी.
ईडी को मिले थे 2 हजार करोड़ रुपए की गड़बड़ी के सबूत
दरअसल ईडी ने दावा किया था कि मार्च महीने में एक साथ कई जगहों पर तलाशी ली थी. इस तलाशी में 2 हजार करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार और मनी लांड्रिंग के सबूत मिले थे. जांच से पता चला कि अनवर ढेबर के नेतृत्व में एक संगठित आपराधिक सिंडिकेट छत्तीसगढ़ राज्य में काम कर रहा था. अनवर ढेबर एक प्राइवेट कारोबारी है, लेकिन बड़े राजनेता और अधिकारियों के लिए काम कर रहा था. शराब से अवैध कमाई के लिए एक बड़ी साजिश रची और घोटाले को अंजाम देने के लिए व्यक्तियों/संस्थाओं का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया ताकि छत्तीसगढ़ राज्य में बेची जाने वाली शराब की प्रत्येक बोतल से अवैध रूप से पैसा जुटाया जा सके.